कर्नाटक के सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री प्रियंक खड़गे ने चुनाव आयोग (ECI) और राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (CEO) पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि ये संस्थाएँ अलंद विधानसभा क्षेत्र में मतदाता सूची में कथित गड़बड़ियों की जांच को लेकर जनता को गुमराह कर रही हैं।
प्रियंक खड़गे ने कहा, “यह स्पष्ट है कि ECI और CEO कर्नाटक जानबूझकर तथ्यों को छुपा रहे हैं और मामले की गंभीरता को कम करके प्रस्तुत कर रहे हैं।” उन्होंने आरोप लगाया कि इन संस्थाओं ने जांच प्रक्रिया को धीमा किया है और मीडिया में जारी किए गए बयानों में तथ्यात्मक गलतियाँ की हैं।
यह विवाद तब शुरू हुआ जब कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि अलंद विधानसभा क्षेत्र में मतदाता सूची से हजारों नाम हटाए गए हैं, जो चुनावी धोखाधड़ी का संकेत है। प्रियंक खड़गे ने इस संदर्भ में कहा, “ECI और CEO कर्नाटक को जनता की चिंताओं को गंभीरता से लेना चाहिए और मामले की निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करनी चाहिए।
इस विवाद ने राज्य में चुनावी प्रक्रिया की पारदर्शिता और निष्पक्षता पर सवाल उठाए हैं। विपक्षी दलों ने ECI और CEO कर्नाटक की भूमिका पर सवाल उठाते हुए मांग की है कि मामले की स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच की जाए। प्रियंक खड़गे ने अंत में कहा, “यदि ECI और CEO कर्नाटक वास्तव में निष्पक्ष हैं, तो उन्हें इस मामले में पूरी पारदर्शिता दिखानी चाहिए और जनता को सही जानकारी प्रदान करनी चाहिए।”