नई दिल्ली 17 सितम्बर 2025
कांग्रेस ने मोदी सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि देश में अब ‘अडानी’ का नाम लेना अपराध जैसा हो गया है। पार्टी ने बताया कि जब कुछ मीडिया और यूट्यूब चैनलों ने अडानी समूह से जुड़े कथित भ्रष्टाचार का खुलासा करना शुरू किया, तो सरकार ने तत्काल आदेश जारी कर ऐसे वीडियो हटा दिए, जिनमें अडानी का नाम लिया गया था। कांग्रेस ने इसे लोकतंत्र पर हमला और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का उल्लंघन करार दिया।
कांग्रेस नेता का कहना है कि मोदी सरकार सत्ता का खुले तौर पर दुरुपयोग कर रही है ताकि अडानी समूह से जुड़े भ्रष्टाचार को छिपाया जा सके। उनका आरोप है कि देश की जनता और संविधान के अधिकार केवल दिखावे की बातें रह गई हैं, क्योंकि देश केवल एक “प्रधानसेवक” और उनके दो “मित्रों” की इच्छानुसार चल रहा है।
अडानी समूह और वैश्विक घोटाले
अडानी समूह के खिलाफ केवल भारत में ही नहीं, बल्कि दुनिया भर में गंभीर आरोप और जांचें चल रही हैं। अंतरराष्ट्रीय मीडिया और वित्तीय रिपोर्टों के अनुसार, समूह पर कर चोरी, वित्तीय अनियमितताएं, विदेशी निवेशकों के साथ धोखाधड़ी और पर्यावरण नियमों का उल्लंघन जैसे गंभीर आरोप लगे हैं। कई देशों में समूह की परियोजनाओं और व्यापारिक लेनदेन की जांच हुई है, जिसमें भारी जुर्माने और कानूनी कार्रवाई की संभावना जताई गई है। विशेषज्ञों का कहना है कि इन खुलासों से स्पष्ट होता है कि अडानी समूह का नेटवर्क केवल व्यापार तक सीमित नहीं है, बल्कि इसके माध्यम से वैश्विक स्तर पर बड़े पैमाने पर वित्तीय और कानूनी अनियमितताएं हो रही हैं।
मोदी का जन्मदिन ‘बेरोजगारी दिवस’ बना कांग्रेस ने जताया विरोध – नौकरी चोर गद्दी छोड़
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन के मौके पर कांग्रेस और अन्य विपक्षी पार्टियों ने विरोध जताते हुए इसे ‘बेरोजगारी दिवस’ के रूप में मनाया। विपक्ष ने मोदी सरकार को ‘नौकरी चोर’ करार देते हुए युवाओं की बढ़ती बेरोजगारी और आर्थिक असुरक्षा पर तीखी निंदा की। उनका कहना है कि सरकार युवाओं के रोजगार और वित्तीय सुरक्षा के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठा रही, जिससे करोड़ों बेरोजगार युवाओं में रोष बढ़ रहा है।
लोकतंत्र और जनता के अधिकारों की चेतावनी
कांग्रेस का बयान केवल सरकार की आलोचना ही नहीं है, बल्कि देश में लोकतंत्र, स्वतंत्र मीडिया और न्याय की सुरक्षा के लिए एक चेतावनी भी है। उन्होंने कहा कि जनता को अपने अधिकारों और भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज़ उठाने की जरूरत है, ताकि लोकतंत्र अपने वास्तविक स्वरूप में कायम रह सके। कांग्रेस ने मोदी सरकार की नीतियों को असफल और अलोकतांत्रिक बताते हुए कहा कि वह अपने मित्रों के हित में देश के लोकतांत्रिक सिद्धांतों और युवाओं के भविष्य की कीमत चुका रही है।