बिहार की सियासत में इस वक्त माहौल गर्म है। कांग्रेस नेता और एनएसयूआई प्रभारी कन्हैया कुमार ने पटना से लेकर ग्रामीण इलाकों तक गूंजती आवाज में कहा कि “अब बिहार के लोगों को डराने, लड़ाने और गुमराह करने वाली सरकार को बदलने का वक्त आ गया है।” उन्होंने कहा कि एनडीए सरकार ने बिहार को बेरोजगारी, पलायन और अपराध के दलदल में धकेल दिया है। जनता अब इन झूठे नारों और खोखले वादों से तंग आ चुकी है। कन्हैया कुमार ने साफ कहा, “अगर आप अपने विधायक से नाराज़ हैं, तो उसे बदल दीजिए। लोकतंत्र में हर पाँच साल जनता को यही ताक़त दी गई है — जो काम न करे, उसे हटा दो।” उन्होंने महागठबंधन को परिवर्तन की ताकत बताते हुए कहा कि “हम भविष्य की बात कर रहे हैं, युवाओं को नौकरी देने की बात कर रहे हैं, न कि धर्म और जाति के नाम पर बांटने की।”
कन्हैया कुमार ने नीतीश कुमार के ‘सुशासन’ मॉडल पर करारा प्रहार करते हुए कहा कि बिहार में आज हालात इतने खराब हैं कि कारोबारी दिनदहाड़े मारे जा रहे हैं, महिलाएं असुरक्षित हैं और अपराधी बेखौफ घूम रहे हैं। उन्होंने कहा कि एनडीए सरकार के दावे और ज़मीनी सच्चाई में कोई समानता नहीं है। बेरोजगारी, पलायन और पेपर लीक ने युवाओं का भविष्य तबाह कर दिया है। “जिस राज्य में शिक्षा और परीक्षा दोनों बिकने लगें, वहां विकास का सपना देखना बेमानी है,” कन्हैया ने तीखे लहजे में कहा। उन्होंने जनता से आह्वान किया कि “यह चुनाव सिर्फ सरकार बदलने का नहीं, बल्कि सोच बदलने का मौका है — बिहार को भय और भ्रष्टाचार से आज़ाद करने का वक्त है।”
कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने भी कन्हैया के सुर में सुर मिलाते हुए नीतीश-मोदी सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने खुलासा किया कि बिहार में न निवेश हो रहा है, न नौकरियां बन रही हैं — उल्टा डिग्रियां और नौकरियां खुलेआम बेची जा रही हैं। उन्होंने बताया कि “बीए की डिग्री 70 हजार से 1 लाख में, नर्सिंग कोर्स 4 लाख तक, पैरामेडिकल 25 हजार, बी.एड 2 लाख में बिक रहा है।” यही नहीं, उन्होंने पेपर लीक का पूरा रेट कार्ड भी उजागर किया — “NEET PG के पेपर 80 लाख में, बैंक पीओ 20 लाख में, पुलिस भर्ती 25 लाख में बिकती है।” सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि गरीब बच्चों के पास इतने पैसे नहीं हैं, इसलिए वे ईमानदारी से पढ़ते हैं, लेकिन उनका भविष्य ‘पेपर माफिया’ बर्बाद कर देते हैं। उन्होंने सवाल किया — “क्या यही है मोदी-नीतीश का सुशासन? जहां परिश्रम बिक जाता है, लेकिन पैसे वालों को नौकरी और पद मिलते हैं?” सुप्रिया ने कहा कि कांग्रेस हर उस युवा के साथ खड़ी है जो मेहनत पर विश्वास करता है, और अब वक्त आ गया है कि बिहार के लोग ‘भय, भ्र्ष्टाचार और बेरोजगारी’ की सरकार को उखाड़ फेंकें।




