धर्मनगरी अयोध्या से आई यह तस्वीरें पूरे देश को झकझोर रही हैं। नगर निगम कर्मियों ने सड़क किनारे ठेले-खोमचे लगाने वाले गरीब दुकानदारों के साथ ऐसी अमानवीय हरकतें कीं जो किसी सभ्य समाज के मुंह पर तमाचा हैं।
मिली जानकारी के अनुसार, नगर निगम के कर्मचारियों ने गरीब ठेलेवालों से न केवल डंडे के जोर पर उठक-बैठक करवाई, बल्कि उन्हें “उल्टा खड़ा कर दिया” — सिर नीचे और पैर ऊपर! धूप में घंटों खड़ा रखा गया, उन्हें डराया-धमकाया गया और उनके साथ ऐसा व्यवहार किया गया जैसे वे इंसान नहीं, कोई अपराधी हों।
इस घटना पर कांग्रेस पार्टी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। पार्टी ने कहा कि यह अयोध्या में नहीं, बल्कि BJP की सत्ता में ‘तालिबानिस्तान’ का दृश्य है।
कांग्रेस प्रवक्ताओं ने कहा, “धर्मनगरी अयोध्या में गरीबों और ठेलेवालों के साथ जो बर्बरता की गई है, वह BJP सरकार की घटिया, तानाशाही और संवेदनहीन मानसिकता का सबूत है। यह वही सरकार है जो अमीरों के लिए रेड कार्पेट बिछाती है और गरीबों की इज्जत को सड़क पर रौंद देती है।”
पार्टी ने मांग की है कि इस “वहशी कार्रवाई” में शामिल नगर निगम अधिकारियों और पुलिसकर्मियों को तत्काल निलंबित किया जाए और पीड़ितों से माफी मांगी जाए।
कांग्रेस ने कहा, “रामराज्य की बात करने वाली सरकार ने आज अयोध्या में गरीब रामभक्तों को अपमानित करके राम के नाम का भी अपमान किया है। यह तालिबानी तर्ज पर चलने वाली व्यवस्था है जहां इंसानियत का कोई मूल्य नहीं बचा।”
कांग्रेस नेताओं ने योगी आदित्यनाथ से पूछा है कि “क्या यही उनका रामराज्य है, जहां गरीबों को सिर नीचे और पैर ऊपर कर सजा दी जाती है? यह न सिर्फ शासन का पतन है बल्कि मानवीयता पर धब्बा है।”
कांग्रेस ने चेतावनी दी कि अगर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं हुई, तो पार्टी अयोध्या और लखनऊ दोनों में विरोध प्रदर्शन करेगी।