नई दिल्ली
तारीख: 29 जुलाई 2025
गाज़ा में इज़राइल द्वारा चलाए जा रहे सैन्य अभियान को “नरसंहार” बताते हुए कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार पर करारा हमला बोला है। उन्होंने मोदी सरकार की चुप्पी को “मानवता का अपमान” करार देते हुए कहा कि यह भारत के संवैधानिक मूल्यों के साथ एक “कायरतापूर्ण विश्वासघात” है।
सोनिया गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री की “शर्मनाक चुप्पी” न केवल गाज़ा में हो रही भीषण हिंसा को नजरअंदाज करना है, बल्कि यह नैतिक दृष्टिकोण से बेहद दुर्बल और शर्मनाक स्थिति को दर्शाती है।
उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी सरकार ने एक मूक दर्शक की भूमिका निभाई है, जबकि पूरी दुनिया इस त्रासदी को देख रही है। सोनिया ने यह भी कहा कि भारत का संविधान हमेशा शांति, मानवाधिकार और न्याय के पक्ष में खड़ा रहा है, लेकिन मौजूदा सरकार इन मूल्यों से पीछे हट रही है।
कांग्रेस पार्टी ने पहले भी गाज़ा संकट पर चिंता जताई है और भारत सरकार से इस मुद्दे पर स्पष्ट और मानवतावादी रुख अपनाने की मांग की है। गाज़ा संकट अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक संवेदनशील और मानवीय मुद्दा बन चुका है। ऐसे में भारत जैसे लोकतांत्रिक देश से अपेक्षा की जाती है कि वह अपने नैतिक और संवैधानिक मूल्यों के अनुरूप मानवाधिकारों के समर्थन में आवाज़ उठाए। विपक्ष की ओर से उठाई गई आवाज़ इस बहस को और व्यापक बना सकती है।