नई दिल्ली 11 सितम्बर 2025
बॉलीवुड अभिनेता संजय कपूर की संपत्ति को लेकर चल रहा विवाद अब अदालत के भीतर और बाहर चर्चा का विषय बन गया है। दिल्ली हाईकोर्ट में मंगलवार को हुई सुनवाई में साफ तौर पर सामने आया कि असली टकराव प्रिय्या सचदेवा और करिश्मा कपूर के बीच है।
संपत्ति विवाद की शुरुआत:
संजय कपूर के निधन के बाद उनके एस्टेट की हिस्सेदारी को लेकर परिवार और करीबी सहयोगियों में मतभेद उभर आए। प्रारंभ में मामला ऐसा दिखा कि यह केवल पारिवारिक संपत्ति का विवाद है, लेकिन अदालत में पेश होने वाली दलीलों ने सचाई का असली चेहरा उजागर किया।
दिल्ली HC में नाटकीय मोड़:
सुनवाई के दौरान अदालत में दोनों पक्षों ने कड़ी दलीलें पेश कीं। करिश्मा कपूर ने एस्टेट के प्रबंधन और उसके उपयोग पर अपनी पकड़ बनाए रखने की कोशिश की, वहीं प्रिय्या सचदेवा ने दावा किया कि उन्हें भी वैध हिस्सेदारी का अधिकार है। न्यायाधीश ने कई बार पक्षकारों को शांत करने की कोशिश की, लेकिन अदालत का माहौल अत्यंत गर्म रहा।
वकीलों ने बढ़ाई गर्मी:
दोनों पक्षों के वकीलों ने भी सुनवाई के दौरान कड़े तेवर दिखाए। प्रिय्या सचदेवा की ओर से पेश वकील ने एस्टेट में अनुचित हिस्सेदारी और प्रबंधन में गड़बड़ी की बात कही, जबकि करिश्मा कपूर के वकील ने इसे स्पष्ट रूप से अस्वीकार किया और कहा कि सभी कदम कानूनी रूप से सही हैं।
अदालत ने दी अस्थायी राहत:
सुनवाई के दौरान दिल्ली HC ने अस्थायी तौर पर एस्टेट के किसी भी संपत्ति हस्तांतरण पर रोक लगा दी है, ताकि विवादित हिस्सों को बिना अदालत की अनुमति के बदला न जा सके। अदालत ने अगले हफ्ते फिर से दोनों पक्षों से विस्तृत दस्तावेज मांगे हैं।
परिवार पर असर:
इस संपत्ति विवाद ने बॉलीवुड के कपूर परिवार के भीतर भी हलचल मचा दी है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यह मामला पारिवारिक रिश्तों को प्रभावित कर सकता है और फिल्मी गलियारों में भी चर्चा का विषय बना हुआ है।
दिल्ली हाईकोर्ट में संजय कपूर एस्टेट केस न केवल संपत्ति विवाद का मामला है, बल्कि यह परिवार और करीबी दोस्तों के बीच चल रहे टकराव को भी उजागर करता है। अब अदालत का फैसला ही तय करेगा कि किसे एस्टेट पर अधिकार मिलेगा और कैसे विवाद का हल निकलता है।