नई दिल्ली 1 अक्टूबर 2025
कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की गाज़ा के लिए घोषित नई 20 सूत्री योजना का बिना सोचे-समझे स्वागत कर दिया है, जबकि इस योजना पर कई बुनियादी और चिंताजनक सवाल खड़े हैं।
कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोला है। पार्टी के वरिष्ठ नेता और सांसद जयराम रमेश ने कहा कि प्रधानमंत्री ने “अपने अच्छे मित्र” राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को खुश करने और “अपने दूसरे अच्छे मित्र” इज़राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के साथ एकजुटता दिखाने के लिए गाज़ा के लिए लाई गई 20 सूत्री योजना का स्वागत किया है।
लेकिन, रमेश के अनुसार, इस योजना में गाज़ा की वास्तविक समस्या और वहाँ की जनता की आकांक्षाओं का कोई समाधान नहीं दिखता। उन्होंने चार अहम सवाल उठाए:
- प्रस्तावित प्रशासनिक ढाँचे में गाज़ा के लोग स्वयं कहाँ हैं?
- एक पूर्ण रूप से मान्यता प्राप्त फ़िलिस्तीनी राज्य की स्थापना के लिए रोडमैप कहाँ है?
- अमेरिका और इज़राइल कब तक फ़िलिस्तीनी राज्य के दर्जे की अनदेखी करते रहेंगे, जिसे संयुक्त राष्ट्र के 157 सदस्य देश पहले ही मान्यता दे चुके हैं—और जिसकी पहल भारत ने नवंबर 1988 में की थी?
- पिछले बीस महीनों में गाज़ा में हुए नरसंहार और अत्याचार के लिए जवाबदेही कहाँ है?
रमेश ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने गाज़ा में हुए अत्याचारों और निर्दोष नागरिकों के जनसंहार पर पूरी तरह चुप्पी साध रखी है। उन्होंने इस रवैये को “अत्यंत घोर नैतिक कायरता” करार दिया और कहा कि यह उन आदर्शों और मूल्यों के साथ विश्वासघात है, जिनके लिए भारत हमेशा खड़ा रहा है।
कांग्रेस नेता के इस बयान से एक बार फिर भारत की विदेश नीति और गाज़ा-फिलिस्तीन मुद्दे पर सरकार की स्थिति को लेकर राजनीतिक बहस तेज़ हो गई है।