कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बिना किसी रोक-टोक के हमला बोला और कहा कि मोदी सरकार की अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ दोस्ती “देश के हितों के खिलाफ” है। खड़गे ने इसे भारत-यूएस व्यापारिक टकराव और टैरिफ विवाद के संदर्भ में गंभीर आरोप के तौर पर पेश किया। उनके बयान ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है और भाजपा पर दबाव बढ़ा दिया है।
खड़गे ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि मोदी सरकार की अमेरिका के साथ नीतियाँ और ट्रंप के साथ दिखावा दोस्ताना भारत के आर्थिक और व्यापारिक हितों के लिए हानिकारक है। कांग्रेस अध्यक्ष ने खुलकर कहा कि “ऐसा लगता है जैसे प्रधानमंत्री देश के सबसे बड़े दुश्मन के साथ मित्रता कर रहे हैं,” और यह तर्क देते हुए कि अमेरिका के टैरिफ फैसले और व्यापारिक विवाद ने भारतीय उद्योगों और किसानों को भारी नुकसान पहुंचाया है।
उन्होंने कहा, मोदी सरकार GST में जिस तरह 4-5 सिस्टम लेकर आई थी, हमने पहले ही उस पर सवाल उठाए थे। उन्होंने ऐसे तरीकों से जनता को खूब लूटा है। नरेंद्र मोदी विदेश नीति में भी लगातार विफल साबित हो रहे हैं। आजादी के बाद से ही हमारे देश की पॉलिसी non-alignment की रही है, अगर नरेंद्र मोदी उस राह पर चलते तो, सब कुछ ठीक रहता।
राजनीतिक विशेषज्ञों का कहना है कि खड़गे का यह हमला सीधे तौर पर मोदी की विदेश नीति और आर्थिक रणनीति पर सवाल उठाता है। अमेरिका के साथ बढ़ती व्यापारिक तनातनी, टैरिफ विवाद और भारत के निर्यातकों पर पड़ने वाले दबाव को लेकर कांग्रेस लगातार सरकार की नीतियों को आलोचना के केंद्र में रख रही है। खड़गे ने इसे लेकर जोर देकर कहा कि प्रधानमंत्री की ट्रंप के साथ दोस्ती “राजनीतिक शोभा नहीं बल्कि देश के हितों के खिलाफ” साबित हो रही है।
भाजपा ने खड़गे के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि यह सिर्फ राजनीतिक बयानबाजी और विपक्ष का नाटक है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि अमेरिका के साथ संबंध किसी भी सरकार के लिए जरूरी हैं और मोदी की नीतियाँ भारत के दीर्घकालिक हित में हैं। हालांकि खड़गे का हमला यह स्पष्ट करता है कि विपक्ष अब मोदी की विदेश नीति और अमेरिकी मित्रता को सीधे चुनौती दे रहा है, और यह अगले चुनावों में राजनीतिक बहस का बड़ा मुद्दा बन सकता है।
विशेषज्ञों का मानना है कि खड़गे की इस प्रतिक्रिया ने न केवल भाजपा को झटका दिया है, बल्कि भारतीय राजनीति में विदेश नीति और आर्थिक हितों को लेकर तीखी बहस भी तेज कर दी है। खड़गे ने खुलकर कहा कि अमेरिकी टैरिफ विवाद और व्यापारिक टकराव को मोदी सरकार ने सही तरीके से संभाला ही नहीं, और यह भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा और आर्थिक सुरक्षा दोनों के लिए खतरा है।
इस बयान ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है और साफ संदेश दिया है कि कांग्रेस अब मोदी की नीतियों पर खुलकर हमलावर है। खड़गे का यह हमला प्रधानमंत्री मोदी और डोनाल्ड ट्रंप की दोस्ती को देश विरोधी बताने वाला सबसे आक्रामक बयान माना जा रहा है।