महाराष्ट्र के परिवहन मंत्री ने देश की पहली Tesla Y Model कार खरीदकर सुर्खियां बटोरी हैं। लगभग 60 लाख रुपये की इस इलेक्ट्रिक कार को मंत्री अपने पोते को उपहार स्वरूप देने वाले हैं।
भारत में पहली एंट्री
अब तक भारतीय बाजार में टेस्ला कारों की आधिकारिक लॉन्चिंग नहीं हुई है। बावजूद इसके, मंत्री द्वारा Tesla Y Model की खरीद ने राजनीतिक और कारोबारी हलकों में चर्चा छेड़ दी है। यह कार सीधे आयात कर लाई गई है और भारत में यह पहली डिलीवरी मानी जा रही है।
पर्यावरण और लक्ज़री का संगम
Tesla Y Model अपनी अत्याधुनिक तकनीक, लंबी रेंज और पर्यावरण अनुकूल डिज़ाइन के लिए मशहूर है। इसे इलेक्ट्रिक वाहनों के भविष्य का प्रतीक माना जाता है। मंत्री का कहना है कि इस कार को खरीदने का मकसद सिर्फ लक्ज़री नहीं, बल्कि आने वाली पीढ़ी को ग्रीन टेक्नोलॉजी से जोड़ना है।
विपक्ष के सवाल भी शुरू
जहां मंत्री का परिवार इस ऐतिहासिक खरीद पर उत्साहित है, वहीं विपक्ष ने इसे दिखावा करार दिया है। विपक्षी दलों ने सवाल उठाया कि राज्य के ट्रांसपोर्ट मंत्री जब खुद 60 लाख की गाड़ी खरीद सकते हैं, तो आम जनता महंगी और सीमित चार्जिंग सुविधाओं वाली इलेक्ट्रिक गाड़ियां कैसे खरीदेगी?
EV बाजार में संदेश
इस खरीद से यह भी संदेश गया है कि भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों का बाजार तेजी से बढ़ने वाला है। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर मंत्री स्तर के नेता और प्रभावशाली लोग EV अपनाते हैं, तो आम जनता के बीच भी इसकी स्वीकृति तेजी से बढ़ सकती है।