जैसलमेर 16 अक्टूबर 2025
राजस्थान के जैसलमेर जिले में शनिवार तड़के हुए भयानक सड़क हादसे ने पूरे देश को दहला दिया। एक यात्री बस में आग लगने से 20 यात्रियों की मौत हो गई, जबकि 16 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। यह हादसा उस वक्त हुआ जब बस जैसलमेर से जोधपुर की ओर जा रही थी और रास्ते में फलोदी हाईवे के पास डीजल टैंकर से टकराकर आग की लपटों में घिर गई।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, टक्कर के बाद कुछ ही सेकंड में बस और टैंकर दोनों में आग फैल गई। बस के अंदर मौजूद यात्रियों को बाहर निकलने का मौका तक नहीं मिला। राहत और बचाव कार्य में स्थानीय ग्रामीणों ने भी पुलिस के साथ मिलकर भाग लिया, लेकिन आग इतनी भयानक थी कि कई यात्रियों के शवों की पहचान करना मुश्किल हो गया।
पीएम मोदी ने जताया शोक, घोषित की आर्थिक सहायता
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हादसे पर गहरा दुख जताया है और मृतकों के परिजनों को ₹2 लाख और घायलों को ₹50,000 की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। पीएमओ की ओर से जारी बयान में कहा गया है,
“जैसलमेर की बस दुर्घटना अत्यंत दर्दनाक है। मैं शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट करता हूं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।”
मुख्यमंत्री ने दिए उच्चस्तरीय जांच के आदेश
राजस्थान के मुख्यमंत्री ने हादसे पर शोक जताते हुए जांच के आदेश जारी किए हैं। राज्य सरकार ने मृतकों के परिवारों को ₹5 लाख का मुआवजा और घायलों के इलाज का पूरा खर्च वहन करने की घोषणा की है।
मौके पर अफरा-तफरी, जांच जारी
दमकल की कई गाड़ियां और पुलिस टीम मौके पर पहुंचीं और करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। हादसे के बाद हाईवे को कुछ घंटों के लिए बंद कर दिया गया। प्रशासन ने बताया कि अग्निशमन विभाग और फोरेंसिक टीम यह जांच कर रही हैं कि आग टैंकर के ईंधन रिसाव से लगी या बस की किसी तकनीकी खराबी से।
यह हादसा राजस्थान के इतिहास के सबसे भीषण सड़क हादसों में से एक माना जा रहा है। स्थानीय लोगों ने बताया कि जिस रफ्तार में बस चल रही थी, टक्कर के बाद ड्राइवर को ब्रेक लगाने या यात्रियों को बचाने का कोई मौका नहीं मिला। जैसलमेर की यह त्रासदी पूरे देश के लिए चेतावनी है — सड़क सुरक्षा, वाहन जांच और आपात प्रबंधन पर गंभीरता से सोचने का समय अब आ गया है।