नई दिल्ली 10 सितंबर 2025
नेपाल में Gen Z आंदोलन और विरोध प्रदर्शनों के बीच हालात बेकाबू हो गए हैं। राजधानी काठमांडू से लेकर कई हिस्सों में आगजनी और हिंसा की घटनाओं के चलते सड़कों पर आवागमन पूरी तरह बाधित है। इस हिंसा का सीधा असर भारत-नेपाल व्यापार पर भी पड़ा है। सीमा के पास खड़े 200 से ज्यादा भारतीय ट्रक नेपाल में फंस गए हैं, जिनमें आलू, प्याज और अन्य नाशवंत सामान भरे हुए हैं।
चालक बेबस, माल खराब होने का खतरा
भारतीय ट्रक चालकों का कहना है कि अगर जल्द रास्ते नहीं खुले तो लाखों रुपये का नुकसान हो जाएगा। एक चालक ने कहा – “हमारे आलू खराब हो जाएंगे, बहुत नुकसान होगा। न तो रास्ता साफ है और न ही प्रशासन हमारी सुन रहा है।”
नेपाल में बेकाबू हालात
Gen Z आंदोलन के दौरान राष्ट्रपति भवन के बाहर से लेकर मंत्रियों के घरों तक आगजनी और लूटपाट की खबरें हैं। कई जगह सरकारी गाड़ियों को निशाना बनाया गया है। भीड़ ने पुलिस पर भी हमला किया, जिसके बाद हालात और तनावपूर्ण हो गए।
भारत-नेपाल व्यापार पर असर
सीमा बंद होने और परिवहन ठप पड़ने से भारत-नेपाल के बीच व्यापारिक गतिविधियां ठहर गई हैं। भारतीय व्यापारियों को आशंका है कि अगर हालात जल्द सामान्य नहीं हुए तो सब्जी और अनाज का बड़ा स्टॉक खराब हो सकता है।
सरकार से मदद की अपील
फंसे हुए ट्रक चालक लगातार भारतीय दूतावास और स्थानीय प्रशासन से मदद की गुहार लगा रहे हैं। हालांकि अभी तक कोई ठोस समाधान नहीं निकला है। व्यापारियों का कहना है कि यह स्थिति दोनों देशों के कारोबारी रिश्तों को नुकसान पहुंचा सकती है।