नई दिल्ली, 1 अक्टूबर 2025
लद्दाख से बीजेपी सांसद रह चुके ताशी ग्याल्सन ने राष्ट्रीय मीडिया पर तीखा हमला बोलते हुए कहा है कि TRP की भूख में कुछ चैनल लद्दाख की जनता को ‘देशद्रोही’ बता रहे हैं, जबकि सच यह है कि लद्दाख भारत की असली सरहद की ढाल है। उन्होंने कहा कि लद्दाखियों ने कारगिल युद्ध से लेकर गलवान घाटी तक देश के लिए अपने खून से मिट्टी को सींचा है।
हजारों युवा भारतीय सेना, आईटीबीपी और अर्धसैनिक बलों में तैनात होकर सरहद पर डटे रहते हैं। ऐसे वीर लोगों को ‘देशद्रोही’ कहना न केवल लद्दाख का अपमान है बल्कि पूरे भारत के उन परिवारों का अपमान है जिन्होंने अपने बेटे-बेटियों को मातृभूमि पर कुर्बान किया है।
ग्याल्सन ने कहा कि लद्दाख को लेकर झूठा नैरेटिव फैलाना बेहद शर्मनाक है और यह केवल लद्दाख की छवि खराब करने का काम करता है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने ऐसे चैनलों पर कड़ी कार्रवाई नहीं की तो यह गैर-जिम्मेदार पत्रकारिता पूरे देश की एकता और अखंडता को नुकसान पहुंचाएगी। विपक्ष और स्थानीय संगठनों ने भी ग्याल्सन की बात का समर्थन करते हुए कहा कि मीडिया को संवेदनशील सीमाई इलाकों को “TRP का शिकार” नहीं बनाना चाहिए।
अब सवाल सरकार और मीडिया के सामने है: क्या लद्दाख की देशभक्ति पर सवाल उठाने वालों को रोका जाएगा, या फिर TRP की भूख में राष्ट्र की असली ढाल को बदनाम किया जाता रहेगा?