मुंबई/नई दिल्ली, 26 सितंबर 2025
FE Best Banks Awards 2025 समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि भारत और अमेरिका के बीच चल रही अहम बातचीत अब अंतिम चरण में है और अगले सात दिनों के भीतर इसका नतीजा सामने आ जाएगा। शाह ने स्पष्ट किया कि दोनों देशों के बीच संवाद का फोकस आर्थिक और रणनीतिक साझेदारी पर है और उम्मीद है कि इसका लाभ सीधे तौर पर निवेश और विकास के क्षेत्र को मिलेगा।
गृह मंत्री ने अपने संबोधन में बैंकिंग और वित्तीय संस्थानों की भूमिका पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि भारतीय बैंकों ने पिछले कुछ वर्षों में अभूतपूर्व सुधार किए हैं, और आज वे वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने की स्थिति में खड़े हैं। शाह ने कहा कि सरकार का मकसद न सिर्फ बैंकों को मज़बूत बनाना है बल्कि उन्हें टेक्नोलॉजी, अनुसंधान और नवाचार में भी विश्वस्तरीय पहचान दिलाना है। उन्होंने भरोसा जताया कि आने वाले दिनों में भारत का बैंकिंग सिस्टम डिजिटल और गवर्नेंस सुधारों के सहारे नए मुकाम हासिल करेगा।
इस समारोह में कई प्रमुख बैंकों और वित्तीय संस्थानों को सम्मानित किया गया। Axis Bank के प्रबंध निदेशक और CEO अमिताभ चौधरी को “Banker of the Year” का अवॉर्ड दिया गया। इसके अलावा NBFCs और फिनटेक कंपनियों को भी उनके योगदान और नवाचार के लिए सम्मानित किया गया। शाह ने इस अवसर पर कहा कि ये सम्मान केवल संस्थानों के लिए नहीं बल्कि उस विश्वास और मेहनत के प्रतीक हैं जो करोड़ों ग्राहकों ने उनमें दिखाया है।
अमित शाह के बयान को राजनीतिक और आर्थिक दोनों हलकों में अहम माना जा रहा है। विश्लेषकों का कहना है कि अगर भारत-अमेरिका वार्ता तय समयसीमा में सकारात्मक परिणाम देती है, तो इससे रक्षा, व्यापार और निवेश के मोर्चे पर नए अवसर खुलेंगे। वहीं, बैंकिंग क्षेत्र इससे उम्मीद कर रहा है कि विदेशी निवेश और तकनीकी सहयोग को गति मिलेगी और भारत की वित्तीय संरचना और भी मज़बूत बनेगी।