(कोराडी में गूंजेगा बजरंगबली का जयघोष, महाराष्ट्र को मिलेगा सांस्कृतिक गौरव का प्रतीक)
जालना महानगर क्षेत्र के कोराडी में भगवान हनुमान की 151 फुट ऊंची भव्य प्रतिमा का निर्माण कार्य तेज़ी से आगे बढ़ रहा है। अनुमानित ₹11.5 करोड़ की लागत से बन रही यह मूर्ति न केवल महाराष्ट्र की सबसे ऊंची हनुमान प्रतिमा होगी, बल्कि राज्य के सांस्कृतिक गौरव और आध्यात्मिक आस्था का एक नया प्रतीक भी बनेगी। सितंबर 2025 तक इसके पूरा होने की उम्मीद है, और यह केवल एक धार्मिक स्थल नहीं बल्कि एक पर्यटन हॉटस्पॉट के रूप में भी विकसित हो रही है।
यह मूर्ति केवल आकार में विशाल नहीं होगी, बल्कि धातु-शिल्प, वास्तुशास्त्र और धार्मिक प्रतीकवाद का अद्वितीय संगम भी होगी। इसकी भव्यता और ऊंचाई दूर-दूर से यात्रियों और श्रद्धालुओं को आकर्षित करेगी, और यहां आने वाले पर्यटक न केवल हनुमान जी के दर्शन करेंगे, बल्कि स्थानीय लोककला, मेले और भक्ति परंपरा से भी परिचित होंगे। इसके आसपास बनने वाले उद्यान, धर्मशाला, तीर्थयात्रियों के लिए सुविधाएं, और एक आध्यात्मिक संग्रहालय इस क्षेत्र को धर्म और संस्कृति का जीवंत केंद्र बनाएंगे।
इस परियोजना के पूरी होने से क्षेत्रीय पर्यटन को जबरदस्त बढ़ावा मिलने की संभावना है। स्थानीय होटल, परिवहन, हस्तशिल्प और खाद्य उद्योग को नया बाज़ार मिलेगा, जिससे सैकड़ों लोगों को रोज़गार और आय के नए अवसर मिलेंगे। महाराष्ट्र पर्यटन विभाग ने भी इस परियोजना को “हेरिटेज सर्किट” में शामिल करने की योजना बनाई है, जिससे यह मूर्ति राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बन सके।
भगवान हनुमान की यह प्रतिमा केवल एक स्थापत्य चमत्कार नहीं, बल्कि धार्मिक भावना, सामाजिक समर्पण और क्षेत्रीय विकास का त्रिवेणी संगम है। कोराडी के आकाश में गूंजता “जय श्री राम” का उद्घोष अब महाराष्ट्र के सांस्कृतिक नक्शे पर एक नया अध्याय लिखने जा रहा है, जहाँ श्रद्धा और समृद्धि साथ-साथ चलती हैं।