13 नवंबर को आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में एक रासायनिक संयंत्र में अचानक गैस रिसाव हो गया, जिससे 11 लोगों की मौत हो गई और आसपास के दशकों प्रभावित हुए। एनडीआरएफ-DRF टीमों ने बचाव अभियान चलाया, अस्पतालों को आपात उपलब्धियाँ प्रदान कीं और अधिकारियों ने संयंत्र अयोग्य चलाने वालों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की। इस हादसे ने रासायनिक संयंत्रों की सुरक्षा मानकों और पारदर्शिता की कमी पर फिर से बहस को उबाल दिया।
