Home » International » ज़ेलेंस्की का ट्रंप पर वार: ‘पुतिन को सबकुछ दे दिया, अब रूस रच रहा नया खेला

ज़ेलेंस्की का ट्रंप पर वार: ‘पुतिन को सबकुछ दे दिया, अब रूस रच रहा नया खेला

Facebook
WhatsApp
X
Telegram

ट्रंप पर बरसे ज़ेलेंस्की, बोले, पुतिन को सबकुछ दे दिया

यूक्रेन और रूस के बीच जारी युद्ध और भी गहराता जा रहा है। इस बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेन्स्की ने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर तीखा हमला बोला है। ज़ेलेन्स्की ने आरोप लगाया कि ट्रंप ने अपने कार्यकाल के दौरान रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को वही सबकुछ दे दिया, जिसकी उन्हें जरूरत थी। उनके अनुसार, ट्रंप की नीतियों ने रूस को न केवल मजबूत किया, बल्कि आज के संघर्ष की जमीन भी तैयार की।

नया खेला कर रहा है मॉस्को

ज़ेलेन्स्की का कहना है कि अब मॉस्को एक “नया खेला” कर रहा है। उन्होंने चेतावनी दी कि रूस की मौजूदा रणनीति पहले से कहीं ज्यादा खतरनाक है और यह केवल यूक्रेन ही नहीं, बल्कि पूरे यूरोप की सुरक्षा को खतरे में डाल सकती है। उन्होंने यह भी कहा कि रूस लगातार ऐसी चालें चल रहा है जिनसे युद्ध को और लंबा खींचा जा सके और अंतरराष्ट्रीय समर्थन को कमजोर किया जा सके।

अंतरराष्ट्रीय राजनीति में नया मोड़

ज़ेलेन्स्की का यह बयान ऐसे समय आया है जब पश्चिमी देशों में भी यह बहस तेज हो गई है कि ट्रंप की नीतियों ने किस हद तक रूस को फायदा पहुँचाया। विशेषज्ञों का मानना है कि ट्रंप के कार्यकाल में अमेरिका और रूस के बीच कई मामलों में तनाव घटा, लेकिन उससे रूस को सामरिक और आर्थिक रूप से राहत भी मिली। ज़ेलेन्स्की के आरोप इस बहस को और हवा दे सकते हैं और अमेरिका की आंतरिक राजनीति में भी इसका असर देखने को मिल सकता है।

यूक्रेन की बढ़ती चिंता

यूक्रेन राष्ट्रपति का यह बयान साफ तौर पर दर्शाता है कि युद्ध की मौजूदा स्थिति को लेकर उनकी चिंता लगातार बढ़ रही है। रूस की नई सैन्य गतिविधियों और आक्रामक रणनीतियों ने यूक्रेन की सुरक्षा को और चुनौतीपूर्ण बना दिया है। ज़ेलेन्स्की उम्मीद कर रहे हैं कि अमेरिका और यूरोप, खासकर नाटो देश, रूस के खिलाफ और मजबूत रणनीतिक कदम उठाएंगे।

आगे क्या?

अंतरराष्ट्रीय समुदाय अब इस सवाल के सामने है कि क्या पश्चिमी सहयोगी रूस की नई चालों को रोकने के लिए ज़रूरी दबाव बनाने में सक्षम होंगे। ज़ेलेन्स्की का बयान न केवल पुतिन और ट्रंप पर निशाना है, बल्कि यह पश्चिमी सहयोगियों के लिए भी एक अलर्ट है कि अगर अभी निर्णायक कदम नहीं उठाए गए, तो यह संघर्ष और ज्यादा जटिल और खतरनाक हो सकता है।

क्या आप चाहेंगे कि मैं इस खबर का एक विश्लेषणात्मक संस्करण भी लिख दूं, जिसमें ट्रंप-पुतिन संबंधों और उसके भू-राजनीतिक असर पर गहराई से चर्चा हो?

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *