नरसिंहपुर/भोपाल
16 जुलाई 2025
मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर जिले से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जिसने इंसानियत को कटघरे में खड़ा कर दिया है। दो युवकों के साथ ऐसी बर्बरता की गई, जिसे जानकर किसी का भी दिल कांप उठे। न सिर्फ उन्हें नंगा कर सरेआम घुमाया गया, बल्कि उनके गुप्तांगों पर जानबूझकर वार किए गए। इस अमानवीय कृत्य का वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आते ही पूरे राज्य में आक्रोश की लहर दौड़ गई।
वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि कुछ लोग युवकों को पीटते हैं, गालियां देते हैं और उन्हें बार-बार अपमानित करते हैं। शारीरिक हिंसा की हद तब पार हुई, जब उनके गुप्त अंगों को निशाना बनाया गया। पीड़ित लड़खड़ाते रहे, चीखते रहे, लेकिन किसी ने उन्हें बचाने की हिम्मत नहीं दिखाई—क्योंकि डर भीड़ का था, और शायद व्यवस्था से भी।
पीड़ितों के परिवारों का रो-रोकर बुरा हाल है। एक मां ने कहा, “मेरा बेटा गलत था तो कानून है, पुलिस है, क्या इस तरह इंसानियत को नंगा किया जाएगा?” उनकी आंखों में केवल एक सवाल था—अगर यही इंसाफ है, तो फिर जंगलराज किसे कहेंगे?
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने FIR दर्ज कर ली है और वीडियो में दिख रहे कुछ आरोपियों की पहचान भी कर ली गई है। लेकिन सवाल यही है—क्या सिर्फ कार्रवाई की औपचारिकता भर से उस डर और अपमान को मिटाया जा सकेगा जो इन युवकों ने झेला?
मानवाधिकार संगठनों ने इस घटना की निंदा करते हुए इसे “नरसंहार जैसी सोच का प्रतीक” बताया है। मध्य प्रदेश सरकार ने जांच के आदेश तो दिए हैं, लेकिन यह घटना बताती है कि कहीं न कहीं कानून के डर से ज़्यादा अब भीड़ का भरोसा बढ़ता जा रहा है।
यह खबर केवल दो युवकों की नहीं है। यह उस समाज का आईना है जो अक्सर न्याय से ज़्यादा बदले में विश्वास करने लगता है। नरसिंहपुर की सड़कों पर जो हुआ, वह किसी एक दिन का हादसा नहीं—यह चुपचाप पल रही नफरत और कानून को ठेंगा दिखाने की संस्कृति का परिणाम है।