बॉलीवुड एक्ट्रेस शेफाली जरीवाला के अचानक निधन की खबर ने मनोरंजन जगत को गहरे शोक में डुबो दिया है, लेकिन इस दुखद घटना की कवरेज को लेकर अब मीडिया की भूमिका सवालों के घेरे में आ गई है। इसको लेकर अभिनेता वरुण धवन ने बेहद कड़ी प्रतिक्रिया दी है और सीधे तौर पर मीडिया पर “दुख को तमाशा” बनाने का आरोप लगाया है।
शेफाली जरीवाला, जिन्हें ‘कांटा लगा‘ गर्ल के नाम से जाना जाता था, शुक्रवार को 42 वर्ष की उम्र में कार्डियक अरेस्ट से चल बसीं। उनके पति पराग त्यागी उन्हें रात के समय बेलव्यू सुपर स्पेशलिटी अस्पताल लेकर पहुँचे, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। हालांकि जहां इस खबर से बॉलीवुड शोक में डूबा, वहीं शेफाली की अंतिम यात्रा की मीडिया कवरेज ने कई लोगों को आहत किया, जिनमें वरुण धवन सबसे मुखर रहे।
वरुण धवन ने अपने इंस्टाग्राम स्टोरी सेक्शन में मीडिया को आड़े हाथों लेते हुए लिखा, “एक बार फिर मीडिया ने किसी इंसान के निधन को असंवेदनशील तरीके से कवर किया। मुझे समझ में नहीं आता कि आपको किसी के दुख को कवर करने की जरूरत क्या है। हर कोई इस समय इतना असहज दिखता है। इससे किसी को क्या फायदा मिलेगा?” उन्होंने आगे लिखा – “मीडिया से मेरा अनुरोध है कि कोई भी नहीं चाहेगा कि उसकी अंतिम यात्रा को इस तरह से कवर किया जाए।”
इस टिप्पणी के बाद सोशल मीडिया पर भी कई लोगों ने वरुण का समर्थन किया और ‘Respect Privacy’ जैसे हैशटैग ट्रेंड होने लगे। कई नेटिज़न्स ने मीडिया पर आरोप लगाया कि वह टीआरपी और क्लिकबेट के चक्कर में मृत्यु जैसे निजी पल को भी सनसनीखेज बनाकर परोस रहा है।
इस बीच शेफाली की मौत के मेडिकल और फोरेंसिक पहलुओं की जांच भी तेजी से की जा रही है। प्रारंभिक रिपोर्ट के मुताबिक, शेफाली जरीवाला पिछले 7-8 सालों से नियमित रूप से एंटी–एजिंग दवाएं और इंजेक्शन ले रही थीं। बताया गया है कि 27 जून को उनके घर में पूजा आयोजित थी और वह उस दिन व्रत पर थीं। इसके बावजूद उन्होंने दोपहर में एंटी–एजिंग इंजेक्शन लिया, जो संभवतः उनकी अचानक बिगड़ी तबीयत का कारण बना।
सूत्रों की मानें तो रात 10 से 11 बजे के बीच उनकी हालत तेजी से बिगड़ने लगी — शरीर में कंपकंपी, अत्यधिक पसीना और फिर बेहोशी। अस्पताल पहुँचने तक वह दम तोड़ चुकी थीं। पुलिस को किसी आपराधिक साजिश का संदेह नहीं है, लेकिन एंटी–एजिंग दवा के संभावित रिएक्शन को लेकर सावधानीपूर्वक मेडिकल जांच जारी है। पुलिस ने अब तक 8 लोगों के बयान दर्ज किए हैं, जिनमें परिवारजन, नौकर, और अस्पताल के डॉक्टर शामिल हैं।
इस दुखद घटना ने सिर्फ एक चर्चित कलाकार को नहीं छीना, बल्कि हमारी समाजिक संवेदनशीलता को भी कठघरे में खड़ा कर दिया है। वरुण धवन जैसे चर्चित चेहरों की आलोचना यह संकेत है कि हमें मीडिया की भूमिका को लेकर गंभीर आत्ममंथन करने की ज़रूरत है — क्या किसी की मौत भी अब मनोरंजन बन चुकी है?
अब जब शेफाली जरीवाला की मौत की जांच जारी है और अंतिम संस्कार की औपचारिकताएं पूरी हो चुकी हैं, देश भर के प्रशंसकों की यही प्रार्थना है – “भगवान उनकी आत्मा को शांति दे और हमें यह सिखा दे कि शोक को सनसनी में ना बदला जाए।“