नई दिल्ली, 4 अगस्त 2025 | जागरण ब्यूरो
देशभर में मानसून की रफ्तार एक बार फिर तेज हो गई है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने पूर्वोत्तर और पूर्वी भारत के साथ-साथ दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार और राजस्थान सहित कई राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। मौसम विभाग ने इन राज्यों के कई ज़िलों में रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी करते हुए लोगों से सतर्क रहने को कहा है।
दिल्ली-NCR में जलभराव, ट्रैफिक जाम
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में शनिवार रात से ही रुक-रुक कर बारिश हो रही है। नोएडा, गुरुग्राम, फरीदाबाद और गाज़ियाबाद में कई जगहों पर सड़कों पर पानी भर गया, जिससे ट्रैफिक की स्थिति बिगड़ गई। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे तक दिल्ली में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई है।
हिमाचल में भूस्खलन, सड़कें ठप
हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। 400 सड़कों और 4 नेशनल हाईवे को भूस्खलन के कारण बंद कर दिया गया है। ऊना ज़िले में बीते 24 घंटे में 222 मिमी बारिश दर्ज की गई है, जो इस सीजन की सबसे अधिक मानी जा रही है। शिमला, मंडी, कुल्लू और चंबा जैसे ज़िलों में 8 अगस्त तक ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। शिमला के पास एक कार के खाई में गिरने की दुखद घटना भी सामने आई है, जिससे यात्रियों की जान पर बन आई।
यूपी, बिहार, राजस्थान के लिए विशेष अलर्ट
पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार और राजस्थान के कई ज़िलों में अगले 48 घंटों के दौरान तेज बारिश के साथ बिजली गिरने का खतरा बताया गया है। मौसम विभाग ने खेतों में काम कर रहे किसानों और ग्रामीण इलाकों के लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी है। राजस्थान के कोटा, बारां, बूंदी और झालावाड़ ज़िलों में आकाशीय बिजली गिरने के साथ-साथ मूसलधार बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।
पूर्वोत्तर और पूर्वी भारत पर भी खतरा
आईएमडी के अनुसार, पूर्वोत्तर भारत—विशेषकर असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, नगालैंड और पश्चिम बंगाल के उत्तरी हिस्सों में भी भारी से बहुत भारी वर्षा की संभावना है। बंगाल की खाड़ी में बना कम दबाव का क्षेत्र अगले 72 घंटों तक पूरे पूर्वी भारत को प्रभावित कर सकता है।
स्कूल बंद, प्रशासन अलर्ट मोड पर
यूपी, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के कुछ ज़िलों में स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी गई है। वहीं आपदा प्रबंधन विभाग और NDRF की टीमें सक्रिय कर दी गई हैं। जल भराव, भूस्खलन और बाढ़ की आशंका को देखते हुए राहत एवं बचाव दलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
सावधानी ही सुरक्षा:
मौसम विभाग ने लोगों से अपील की है कि अनावश्यक यात्रा से बचें, बिजली गिरने के दौरान खुले मैदानों में न जाएं, और स्थानीय प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करें। विशेष रूप से पहाड़ी और नदी किनारे रहने वाले लोगों को उच्च सतर्कता बरतने की जरूरत है।