नई दिल्ली/हनोई । 5 अगस्त 2025
तेजी से उभरती वियतनामी इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता कंपनी VinFast ने भारत में अपने पहले मैन्युफैक्चरिंग प्लांट की स्थापना की औपचारिक घोषणा कर दी है। यह फैक्ट्री तमिलनाडु में स्थापित की जाएगी और यह दक्षिण तथा दक्षिण-पूर्व एशिया में कंपनी के विस्तार की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।
VinFast ने बताया कि भारत में बनने वाला यह संयंत्र प्रारंभिक चरण में प्रति वर्ष 1.5 लाख इलेक्ट्रिक वाहनों के निर्माण की क्षमता रखेगा और बाद में इसकी क्षमता को दोगुना किया जाएगा। कंपनी के इस निवेश से 10,000 से अधिक प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर पैदा होने की संभावना है।
VinFast के ग्लोबल CEO ने कहा, “भारत न केवल दुनिया का सबसे बड़ा उभरता हुआ ऑटो बाजार है, बल्कि इलेक्ट्रिक मोबिलिटी की ओर तेजी से बढ़ता हुआ देश भी है। हम भारतीय उपभोक्ताओं के लिए अत्याधुनिक, टिकाऊ और स्मार्ट वाहनों को सुलभ बनाना चाहते हैं।”
एशियाई विस्तार पर फोकस
VinFast ने हाल के महीनों में इंडोनेशिया, थाईलैंड और फिलीपींस जैसे देशों में भी संभावनाएं तलाशनी शुरू की हैं। भारत को वह अपना “एशियाई हब” बनाने की योजना में सबसे अहम कड़ी मान रही है।
भारत को क्यों चुना VinFast ने?
- बड़ी जनसंख्या और उभरता मिडिल क्लास मार्केट
- केंद्र सरकार की ईवी नीति और प्रोत्साहन योजनाएं
- बेहतर लॉजिस्टिक और सप्लाई चेन नेटवर्क
- तेज़ी से बढ़ती ईवी चार्जिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर
भारत सरकार ने इस निवेश का स्वागत किया है। उद्योग और वाणिज्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि यह कदम भारत की “मेक इन इंडिया” और “ई-मोबिलिटी मिशन” को गति देगा।
VinFast पहले ही अमेरिका और यूरोप जैसे विकसित बाजारों में अपनी मौजूदगी दर्ज करा चुका है। भारत में पैर जमाकर कंपनी न केवल घरेलू मांग को पूरा करेगी, बल्कि दक्षिण एशिया, अफ्रीका और मध्य-पूर्व के लिए निर्यात हब भी बनेगी।
उद्योग विश्लेषकों का मानना है कि VinFast का यह निवेश भारतीय ऑटो उद्योग में एक नई प्रतिस्पर्धा और तकनीकी नवाचार लेकर आएगा, जो स्थानीय कंपनियों को भी नई दिशा में सोचने को मजबूर करेगा।