नई दिल्ली 4 सितम्बर 2025
भारत के पूर्व रिज़र्व बैंक गवर्नर और वर्तमान में अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) में कार्यकारी निदेशक उर्जित पटेल ने कहा है कि अमेरिकी सरकार द्वारा लगाए गए 50% शुल्कों के कारण भारतीय निर्यात के 55% हिस्से पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। उन्होंने इस स्थिति को निवेश अनिश्चितता का प्रमुख कारण बताया और तत्काल राहत उपायों की आवश्यकता पर बल दिया।
पटेल ने अंग्रेजी के बड़े अखबार ‘द इंडियन एक्सप्रेस’ से बातचीत में कहा कि, “सरकार को उन क्षेत्रों की मदद करनी चाहिए जो सबसे अधिक प्रभावित हैं।” उन्होंने यह भी बताया कि, “अमेरिका वैश्विक व्यापार का 13% हिस्सा है, जबकि 87% व्यापार सामान्य रूप से जारी है, जिससे अन्य बाजारों में अवसर तलाशने की संभावना है।”
इसके अलावा, पटेल ने रूस से आयातित तेल के भारत के भुगतान संतुलन पर सकारात्मक प्रभाव की ओर भी संकेत किया। उन्होंने यह भी कहा कि, “प्रतिबंधों के प्रभाव को बहुपक्षीय संस्थाओं ने पर्याप्त रूप से नहीं समझा है, जो आर्थिक अस्थिरता का एक प्रमुख स्रोत बन सकता है।