अंतरराष्ट्रीय ब्यूरो 6 नवंबर 2025
फिलीपींस में टायफून Kalmaegi (स्थानीय नाम “टीनो”) ने ऐसी तबाही मचाई कि पूरा देश सदमे में है। तेज हवाओं, बाढ़ और भूस्खलन के कारण अब तक कम-से-कम 114 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 127 से ज्यादा लोग लापता हैं। मृतकों में बड़ी संख्या उन लोगों की है जिन्हें अचानक आई बाढ़ ने बहा दिया। कई परिवार अपने प्रियजनों के बारे में कोई जानकारी नहीं पा सके हैं। सरकारी एजेंसियों, सेना और स्वयंसेवी दलों को लगातार राहत और बचाव के लिए जुटाया गया है, लेकिन मलबे और टूटी सड़कों की वजह से कार्य बेहद धीमा चल रहा है। राष्ट्रपति ने इसे राष्ट्रीय आपदा घोषित कर दिया है ताकि वित्तीय और रसद संबंधी सहायता तुरंत पहुंचाई जा सके।
Cebu प्रांत बना विनाश का केंद्र — भूकंप के घावों पर तूफान का प्रहार
सबसे अधिक तबाही Cebu प्रांत में हुई है, जहाँ कुछ दिनों पहले ही शक्तिशाली भूकंप आया था। वहाँ की पनाहगाहें पहले ही भरी हुई थीं और इमारतें कमजोर थीं। ऐसे में भारी बारिश से उफनते नालों और नदियों ने पूरे इलाके को डूबो दिया। हजारों मकान पूरी तरह बह गए या ढह गए। खेत-खलिहान नष्ट हो गए और संचार प्रणाली पूरी तरह ठप पड़ गई। राहत हेलिकॉप्टर भी खराब मौसम में दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें छह सैन्य कर्मियों की मौत हुई — जो स्थिति की गंभीरता खुद बयान करता है। लगभग 5.6 लाख लोग विस्थापित हो गए हैं और सुरक्षित शिविरों में आश्रय ले रहे हैं, जहाँ पीने के पानी, दवाओं और भोजन की कमी गहराती जा रही है।
वियतनाम की ओर तेजी से बढ़ रहा है तूफान — लाखों लोग सतर्क, हजारों को खाली कराने की तैयारी
अब Kalmaegi पश्चिम की ओर बढ़ते हुए दक्षिण चीन सागर पार कर वियतनाम के केंद्रीय हिस्सों की ओर तेज़ रफ्तार से बढ़ रहा है। मौसम विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि अगले 24–48 घंटे बेहद अहम होंगे। समुद्री हवाओं की रफ्तार खतरनाक स्तर पर है और लैंडफॉल की स्थिति में भीषण बारिश, तूफानी लहरें और तटीय बाढ़ की आशंका है। वियतनाम के कई प्रांतों में स्कूल बंद कर दिए गए हैं और 3.5 लाख से अधिक लोगों के सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरण की योजना तैयार है। कृषि क्षेत्र पर भी बड़ा खतरा है — धान और कॉफी के खेत बड़े पैमाने पर तबाह होने का जोखिम झेल रहे हैं, जिससे आर्थिक क्षति का अंदेशा और बढ़ गया है।
जलवायु संकट की नई चेतावनी — तैयारियाँ कमजोर, तबाही बड़ी
विशेषज्ञों का कहना है कि इस तूफान ने फिर साबित किया है कि जलवायु परिवर्तन ने प्राकृतिक आपदाओं को अधिक विनाशकारी बना दिया है। फिलीपींस जैसे द्वीपीय देशों में सीमित संसाधनों के कारण जीवन रक्षक संरचनाएँ अक्सर तूफानों की ताकत झेल नहीं पातीं। फ़िलहाल प्राथमिकता लापता लोगों की तलाश और विस्थापित नागरिकों को सुरक्षित और बेहतर देखभाल पहुँचाने पर है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने सहायता भेजने की घोषणा की है, लेकिन पुनर्निर्माण का सफ़र लंबा और मुश्किल होने वाला है।
आगे भी जारी रह सकती है तबाही — दोनों देशों में अलर्ट जारी
फिलीपींस अभी अपने घावों को संभाल भी नहीं पाया कि समुद्री क्षेत्र में Kalmaegi ने अपनी ताकत फिर जुटा ली है। वियतनाम के लिए आपदा टलने वाली नहीं है। दोनों देशों में मौसम विभाग, सेना और नौसेना पूर्ण तैयारी में हैं, लेकिन वास्तविक प्रभाव लैंडफॉल के बाद ही समझ आएगा। विशेषज्ञ इसे वर्ष 2025 का दुनिया में अब तक का सबसे घातक तूफान मान रहे हैं।




