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ट्रंप का टैरिफ शॉक: दवाइयों से लेकर ट्रकों और किचन के सामान तक — अक्तूबर से 100% तक का नया टैक्स

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वॉशिंगटन, 26 सितंबर 2025 

 अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर वैश्विक व्यापार जगत में भूचाल ला दिया है। उन्होंने घोषणा की है कि 1 अक्तूबर से अमेरिका में आने वाले कई आयातित उत्पादों पर भारी-भरकम शुल्क (टैरिफ) लगाया जाएगा। इस सूची में सबसे चौंकाने वाली चीज़ें हैं — जीवन रक्षक और ब्रांडेड दवाइयाँ, भारी ट्रक, किचन कैबिनेट्स, बाथरूम वैनिटीज़ और उच्च गुणवत्ता वाला फर्नीचर। यह निर्णय केवल व्यापारिक नीति नहीं है, बल्कि अमेरिकी चुनावी राजनीति और “मेड इन अमेरिका” अभियान का भी हिस्सा माना जा रहा है।

ट्रंप ने कहा कि फार्मास्यूटिकल ड्रग्स पर 100 प्रतिशत टैरिफ लगाया जाएगा। यानी, जो दवाइयाँ अमेरिका में बनती नहीं हैं और विदेशों से आयात होती हैं, उनकी कीमतें अचानक दोगुनी हो सकती हैं। हालांकि, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि जिन कंपनियों ने अमेरिका में उत्पादन इकाई स्थापित करने की दिशा में काम शुरू कर दिया है, उन्हें इस टैरिफ से छूट दी जाएगी। ट्रंप प्रशासन का दावा है कि यह कदम अमेरिकी दवा निर्माण उद्योग को बढ़ावा देगा और देश को “आत्मनिर्भर” बनाने की दिशा में मदद करेगा। लेकिन स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि इससे अल्पावधि में अस्पतालों के खर्च, दवाइयों की कीमतें और बीमा प्रीमियम में बढ़ोतरी होगी, जिसका बोझ आम नागरिकों पर पड़ेगा।

इतना ही नहीं, किचन कैबिनेट्स और बाथरूम वैनिटी जैसे उत्पादों पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाया जाएगा। घर बनाने या नवीनीकरण की योजना बनाने वालों के लिए यह सीधा झटका है, क्योंकि ये उत्पाद पहले से ही महंगे हो चुके हैं। वहीं, अपहोल्स्टर्ड फर्नीचर पर 30 प्रतिशत शुल्क लगाया जाएगा, जिससे उच्च गुणवत्ता वाले सोफा-सेट, कुर्सियाँ और अन्य फर्नीचर वस्तुओं की कीमतों में उछाल आ सकता है।

ट्रकों पर भी ट्रंप प्रशासन ने कड़ा रुख अपनाया है। भारी ट्रकों पर 25 प्रतिशत का टैरिफ लागू होगा। अमेरिकी सरकार का कहना है कि यह कदम देश के ट्रक निर्माण उद्योग को विदेशी प्रतिस्पर्धा से बचाने के लिए जरूरी है। विश्लेषकों का मानना है कि इसका सीधा असर ट्रांसपोर्ट सेक्टर पर पड़ेगा और लॉजिस्टिक कॉस्ट में इज़ाफ़ा हो सकता है, जिससे बाजार में वस्तुओं की कीमतें और बढ़ जाएंगी।

ट्रंप प्रशासन का कहना है कि ये सभी उपाय “राष्ट्रीय सुरक्षा” के तहत लिए गए हैं और Section 232 जांच के आधार पर लागू किए जा रहे हैं। ट्रंप ने कहा कि “हम अपने उद्योगों को चीन और अन्य देशों की अनुचित प्रतिस्पर्धा से बचाएँगे। अमेरिका में रोजगार वापस लाना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।” उनका यह बयान न केवल व्यापारिक नीति बल्कि चुनावी संदेश भी है कि वे घरेलू निर्माण और रोज़गार सृजन के मुद्दे पर पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं।

हालांकि, अर्थशास्त्रियों का कहना है कि इन फैसलों से अल्पकाल में महंगाई पर और दबाव बढ़ेगा। दवाइयों, किचन प्रोडक्ट्स और ट्रकों की कीमतें बढ़ने से उपभोक्ता खर्च प्रभावित होगा और मध्यम वर्ग पर सीधा बोझ पड़ेगा। इसके बावजूद ट्रंप के समर्थक मानते हैं कि लंबे समय में यह अमेरिका के उद्योगों को आत्मनिर्भर बनाएगा और आयात पर निर्भरता कम करेगा।

 

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