वॉशिंगटन
8 अगस्त 2025
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने साफ कर दिया है कि भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौते पर बातचीत तब तक शुरू नहीं होगी, जब तक दोनों देशों के बीच चल रहा टैरिफ विवाद हल नहीं हो जाता। हाल ही में अमेरिकी प्रशासन ने भारतीय आयातित वस्तुओं पर टैरिफ दर को दोगुना कर 50% कर दिया है, जिससे दोनों देशों के व्यापारिक संबंधों में तनाव गहरा गया है।
ट्रंप से एएनआई ने व्हाइट हाउस के ओवल ऑफिस में सीधे सवाल किया कि क्या इस बढ़े हुए टैरिफ के बाद भी भारत के साथ व्यापार वार्ता की संभावना है। इसके जवाब में उन्होंने स्पष्ट कहा कि “नहीं, जब तक यह विवाद सुलझ नहीं जाता, कोई बातचीत नहीं होगी।”
अमेरिकी प्रशासन की इस सख्ती के बाद 25 अगस्त को भारत में प्रस्तावित अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधिमंडल की यात्रा भी अब अधर में लटक गई है। यह यात्रा द्विपक्षीय व्यापार समझौते की अगली दौर की वार्ता के लिए तय की गई थी।
व्यापार विशेषज्ञों का मानना है कि अमेरिका भारतीय रेडीमेड गारमेंट, कृषि उत्पाद और इंजीनियरिंग सामान पर ऊंचा टैरिफ लगाकर भारत के निर्यात को बड़ा झटका दे सकता है। 2024 में अमेरिकी बाजार में भारत के तैयार परिधान निर्यात का हिस्सा 33% था, ऐसे में यह फैसला भारतीय निर्यातकों के लिए चिंता का विषय है।
भारतीय निर्यातक संगठनों ने इस पर “सावधानीपूर्ण प्रतिक्रिया” दी है, लेकिन कई उद्योग जगत के प्रतिनिधियों का कहना है कि यदि यह स्थिति लंबी खिंचती है तो अमेरिकी बाजार में भारत की प्रतिस्पर्धात्मक स्थिति कमजोर हो सकती है और वियतनाम, बांग्लादेश जैसे देश इसका लाभ उठा सकते
राजनयिक हलकों में माना जा रहा है कि इस व्यापार विवाद का समाधान तभी संभव होगा जब दोनों देश टैरिफ दरों पर समझौता करें। फिलहाल, बातचीत के दरवाजे बंद दिख रहे हैं, जिससे भारत-अमेरिका व्यापार संबंधों में ठहराव की आशंका और गहरी हो गई है।