वॉशिंगटन, 27 अक्टूबर 2025 | विशेष अंतर्राष्ट्रीय रिपोर्ट
अमेरिका के राष्ट्रपति अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आगामी 2028 के राष्ट्रपति चुनाव को लेकर एक बड़ा और महत्वपूर्ण बयान दिया है, जिसने अमेरिकी राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। ट्रंप ने स्पष्ट रूप से संकेत दिया है कि यदि वह स्वयं चुनाव मैदान में नहीं उतरते हैं, तो उनके अनुसार रिपब्लिकन पार्टी की ओर से जे.डी. वेंस (J.D. Vance) और मार्को रुबियो (Marco Rubio) दो ऐसे मजबूत दावेदार हो सकते हैं जो पार्टी का नेतृत्व करने की क्षमता रखते हैं। ट्रंप का यह बयान 2028 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के लिए पार्टी के भीतर संभावित चेहरों पर चल रही अनौपचारिक चर्चाओं को अचानक से एक नई दिशा और गति प्रदान करता है। यह बयान दर्शाता है कि ट्रंप भले ही सत्ता में न हों, लेकिन रिपब्लिकन पार्टी के भविष्य को आकार देने में उनका प्रभाव अभी भी अटूट बना हुआ है।
ट्रंप बोले — “हमारे पास हैं शानदार लोग” और मजबूत युवा नेतृत्व
फ्लोरिडा में आयोजित एक प्रेस इंटरव्यू के दौरान डोनाल्ड ट्रंप ने रिपब्लिकन पार्टी के भीतर उभरते हुए नेतृत्व की प्रशंसा की। उन्होंने कहा, “हमारी पार्टी में कई शानदार और असाधारण लोग हैं जो अमेरिका को आगे ले जा सकते हैं। जे.डी. वेंस और मार्को रुबियो दोनों में ही नेतृत्व की जबरदस्त क्षमता है। वे अमेरिका को नई दिशा और आवश्यक मजबूती दे सकते हैं।” ट्रंप ने इस बात पर जोर दिया कि 2028 में राष्ट्रपति पद के लिए कौन अंतिम रूप से चुनाव लड़ेगा, इस पर अभी काफी समय है और पार्टी के पास “एक मजबूत युवा नेतृत्व” मौजूद है, जो उनकी विचारधारा को आगे बढ़ाने में सक्षम है। ट्रंप का यह वक्तव्य न केवल इन दोनों नेताओं का अनुमोदन है, बल्कि यह भी संकेत है कि वह भविष्य के पार्टी नेतृत्व को अपनी छत्रछाया में तैयार करना चाहते हैं, ताकि उनकी ‘अमेरिका फर्स्ट’ की नीति आगे भी जारी रहे।
कौन हैं J.D. Vance और Marco Rubio — ट्रंप के नए पसंदीदा
ट्रंप द्वारा 2028 के संभावित उम्मीदवारों के रूप में नामित किए गए दोनों ही नेता रिपब्लिकन पार्टी के अंदर महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं। जे.डी. वेंस वर्तमान में ओहायो राज्य से रिपब्लिकन सीनेटर हैं। वह अपनी प्रसिद्ध संस्मरण पुस्तक “Hillbilly Elegy” के लेखक के रूप में जाने जाते हैं और उन्हें ट्रंप के ‘मेगा’ (MAGA) आंदोलन के घनिष्ठ सहयोगियों में गिना जाता है। वेंस एक युवा, मुखर चेहरा हैं जो ट्रंप की लोकलुभावनवादी नीतियों का समर्थन करते हैं। वहीं, मार्को रुबियो फ्लोरिडा से अनुभवी सीनेटर हैं और वह पहले भी 2016 में राष्ट्रपति पद की दौड़ में शामिल हो चुके हैं। रुबियो को पार्टी के “मॉडरेट” चेहरों में गिना जाता है, जो परंपरावादी और विदेश नीति के मामलों में गहरी समझ रखते हैं। ट्रंप के इस बयान से इन दोनों नेताओं को 2028 के लिए संभावित उत्तराधिकारी माना जा रहा है, और आने वाले समय में इनकी राजनीतिक गतिविधियों पर करीबी नजर रखी जाएगी।
राजनीतिक विश्लेषण — ट्रंप खुद को ‘किंगमेकर’ की भूमिका में देखना चाहते हैं
वरिष्ठ राजनीतिक जानकारों का मानना है कि डोनाल्ड ट्रंप का यह बयान केवल संभावित नामों की घोषणा नहीं है, बल्कि यह पार्टी के भीतर शक्ति संतुलन साधने की उनकी एक सोची-समझी रणनीति का हिस्सा है। विश्लेषकों के अनुसार, ट्रंप 2028 तक अपने असाधारण प्रभाव को पार्टी पर बनाए रखने की रणनीति पर काम कर रहे हैं। विशेषज्ञों का स्पष्ट मानना है कि “ट्रंप अब खुद को ‘किंगमेकर’ की निर्णायक भूमिका में देखना चाहते हैं।” इसका अर्थ यह है कि ट्रंप 2028 में चाहे खुद चुनाव मैदान में न भी उतरें, लेकिन वह रिपब्लिकन पार्टी के लिए राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार का चुनाव तय करने वाले व्यक्ति बने रहेंगे। यह कदम उन नेताओं को हाशिए पर धकेलने का भी संकेत है, जिन्होंने 2024 के चुनाव में ट्रंप का विरोध किया था या जो अपनी स्वतंत्र पहचान बनाने की कोशिश कर रहे हैं। ट्रंप का नियंत्रण रिपब्लिकन पार्टी के लिए 2028 की दिशा तय करने वाला सबसे महत्वपूर्ण कारक बना रहेगा।
ट्रंप का मज़ाकिया लहजा और तीसरी बार चुनाव लड़ने का संकेत
अपने बयान के दौरान, डोनाल्ड ट्रंप ने हमेशा की तरह मज़ाकिया और विवादास्पद लहजे में यह भी कहा कि अगर अमेरिकी संविधान इजाज़त देता, तो वे “तीसरी बार राष्ट्रपति चुनाव लड़ना पसंद करते।” उनके इस बयान ने अमेरिकी राजनीतिक गलियारों में एक नई बहस छेड़ दी है। अमेरिकी संविधान के 22वें संशोधन के तहत कोई भी व्यक्ति दो से अधिक कार्यकाल तक राष्ट्रपति पद पर नहीं रह सकता, चाहे वे कार्यकाल लगातार न भी हों। ट्रंप का यह बयान उनके समर्थकों को उत्साहित करने के साथ-साथ यह भी दिखाता है कि वह अभी भी 2028 के चुनाव को लेकर अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षा को पूरी तरह से समाप्त नहीं मानते हैं। हालांकि, उन्होंने वेंस और रुबियो का नाम लेकर पार्टी के लिए एक ‘प्लान बी’ भी स्पष्ट रूप से पेश कर दिया है।
वैश्विक असर और भारत से जुड़ाव — साझेदारी की दिशा
अमेरिका की आंतरिक राजनीति और वहां के राष्ट्रपति चुनाव के परिणाम का असर न केवल अमेरिकी महाद्वीप पर, बल्कि भारत सहित पूरी दुनिया पर पड़ता है। ट्रंप के 2017-2021 के कार्यकाल में भारत-अमेरिका संबंधों में सामरिक और रक्षा सहयोग काफी मजबूत हुआ था। यदि ट्रंप के पसंदीदा उम्मीदवार, जो उनकी राष्ट्रवादी नीतियों का समर्थन करते हैं, 2028 में सत्ता में आते हैं, तो यह माना जा रहा है कि भारत-अमेरिका साझेदारी की दिशा और अधिक स्थिर और मजबूत बनी रह सकती है। यह बयान वैश्विक कूटनीति के लिए भी एक संकेत है कि 2028 के बाद भी अमेरिका की विदेश नीति में संरक्षणवाद और द्विपक्षीय व्यापार समझौतों पर अधिक जोर दिया जा सकता है।
ट्रंप 2028 के ‘किंगमेकर’
डोनाल्ड ट्रंप का यह नवीनतम बयान न केवल रिपब्लिकन पार्टी के भविष्य की एक प्रारंभिक झलक दिखाता है, बल्कि यह भी स्पष्ट संकेत देता है कि ट्रंप 2028 के चुनाव में चाहे खुद उम्मीदवार के रूप में मैदान में न उतरें, लेकिन उनकी राजनीतिक पकड़ और अप्रतिबंधित प्रभाव पार्टी के हर फैसले पर निर्णायक रूप से बरकरार रहेगा। उन्होंने जे.डी. वेंस और मार्को रुबियो को आगे लाकर यह सुनिश्चित कर लिया है कि 2028 की दौड़ उनके प्रभाव से बाहर नहीं जाएगी।





