नई दिल्ली 2 सितंबर 2025
दिल्ली NCR में लगातार मूसलाधार बारिश के चलते यमुना नदी का जलस्तर खतरनाक 205.80 मीटर तक पहुँच गया है, जो कि सावधानी और खतरे की सीमा से ऊपर है। मौसम विभाग (IMD) ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है और राज्य सरकार ने पूरे क्षेत्र में हाई अलर्ट घोषित किया है। राहत और बचाव टीमें पूरी तरह सक्रिय हैं, और यमुना के किनारे वाले इलाकों जैसे आईटीओ, पुरानी दिल्ली, गाजीपुर और यमुना बाजार से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट करने का काम तेजी से जारी है। हथनीकुंड बैराज से 1.76 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने के कारण स्थिति और गंभीर हो गई है। अगले 24 घंटों में जलस्तर 206 मीटर या उससे ऊपर पहुंचने की आशंका जताई जा रही है। वजीराबाद बैराज से 69,210 क्यूसेक पानी छोड़े जाने से यमुना के आसपास के इलाकों में फ्लैश फ्लड का खतरा और बढ़ गया है।
जनजीवन अस्त-व्यस्त, स्कूल और ऑफिस बंद
भारी बारिश और जलभराव के कारण दिल्ली, नोएडा, गुरुग्राम, पंजाब और हरियाणा में जनजीवन पूरी तरह प्रभावित हुआ है। कई स्कूल और ऑफिस बंद कर दिए गए हैं या ऑनलाइन मोड में शिफ्ट किए गए हैं। दिल्ली में आधिकारिक तौर पर स्कूल बंद होने की घोषणा नहीं हुई है, लेकिन गुरुग्राम में सभी स्कूलों को ऑनलाइन क्लासेस चलाने के निर्देश दिए गए हैं। पंजाब में स्कूल 3 सितंबर तक बंद रहेंगे। सुबह से ही ट्रैफिक जाम की स्थिति भयावह बनी हुई है। गुरुग्राम में बीती शाम 20 किलोमीटर लंबा जाम लगा था, जबकि दिल्ली के आईटीओ, आश्रम और बदरपुर इलाके में वाहन रेंगते हुए नजर आ रहे हैं। जलभराव और बिजली कटौती के कारण आम आदमी की मुश्किलें दोगुनी हो गई हैं और लोगों को रोजमर्रा के काम-काज में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
रेलवे और सड़क यातायात बुरी तरह प्रभावित
पुराना रेलवे ब्रिज पर यमुना का जलस्तर 205.75 मीटर तक पहुंचने के कारण शाम से रेल यातायात पूरी तरह ठप होने की संभावना है। शहर की सड़कों पर भीषण जलजमाव ने ट्रैफिक को पंगु बना दिया है। दिल्ली पुलिस ने ट्रैफिक एडवाइजरी जारी करते हुए नागरिकों से अपील की है कि वे अनावश्यक बाहर न निकलें और घरों में सुरक्षित रहें। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि अगले 24-48 घंटों में बारिश और तेज हो सकती है, जिससे दिल्ली-एनसीआर में फ्लैश फ्लड का खतरा और बढ़ जाएगा। रेलवे ने भी कई ट्रेनों को डायवर्ट किया है और यात्रियों को सुरक्षित मार्ग अपनाने की सलाह दी है।
उत्तर भारत में मॉनसून की तेज रफ्तार और तबाही
उत्तर भारत में मॉनसून की तेज रफ्तार ने कई राज्यों को तबाही की चपेट में ला दिया है। पंजाब, हरियाणा और दिल्ली-एनसीआर में पानी भरने से मकान डूब रहे हैं, सड़कें टूट रही हैं, और कम से कम 50 से अधिक लोगों को रेस्क्यू किया गया है। प्रशासन ने राहत शिविरों की संख्या बढ़ाकर 100 से अधिक कर दी है। प्रभावित इलाकों जैसे गुरुग्राम के सेक्टर 57 और दिल्ली के यमुना बाजार से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया जा रहा है। हरियाणा में 100 मिमी से अधिक बारिश दर्ज की गई है, जिससे फसलें बर्बाद हो रही हैं और अर्थव्यवस्था पर करोड़ों का नुकसान हो रहा है।
अलर्ट जारी, नागरिकों से अपील
IMD और स्थानीय प्रशासन ने यमुना किनारे या निचले इलाकों में जाने से सख्त मना किया है। फ्लड अलर्ट को रेड लेवल तक बढ़ाने की संभावना जताई जा रही है। सभी जिला प्रशासनों को अलर्ट मोड पर रखा गया है, बचाव दल 24 घंटे तैनात हैं और एनडीआरएफ की टीमें दिल्ली में सक्रिय हैं। दिल्ली सरकार ने नागरिकों से अपील की है कि वे मौसम अपडेट्स फॉलो करें, अनावश्यक बाहर न निकलें और सुरक्षित स्थानों पर रहें। यमुना का जलस्तर 207 मीटर तक पहुंचने की आशंका के कारण 2023 जैसी बाढ़ की स्थिति दोहराई जा सकती है, इसलिए इवैक्यूएशन प्लान को सख्ती से लागू किया जा रहा है।