नई दिल्ली 3 सितम्बर 2025
बिहार की सियासत में एक बार फिर गरमी बढ़ गई है। आरजेडी नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने केंद्र की सत्ता पर काबिज भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर करारा हमला बोला है। हाल ही में उनकी मां व बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी को लेकर की गई अभद्र टिप्पणी के मामले में तेजस्वी ने बीजेपी की चुप्पी को “डबल स्टैंडर्ड्स” करार देते हुए तीखी आलोचना की।
विपक्ष पर नियम, सत्ता पर चुप्पी
तेजस्वी यादव का कहना है कि भाजपा का रवैया पूरी तरह से दोहरा है। जब विपक्ष से कोई बयान आता है तो उसे चुन-चुनकर विवाद बनाया जाता है, मीडिया में हेडलाइन बनाई जाती है, और नैतिकता के नाम पर शोर मचाया जाता है। लेकिन जब खुद भाजपा नेताओं की तरफ से घटिया और अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल होता है, तो न कोई कार्रवाई होती है और न ही कोई सवाल उठता है। तेजस्वी ने इसे लोकतंत्र के लिए गंभीर खतरा बताया। उन्होंने कहा, “जो सत्ता में हैं, वे नियम अपने हिसाब से बनाते और बिगाड़ते हैं, और यही भाजपा की असली राजनीति है।”
मां पर टिप्पणी को बताया शर्मनाक
राबड़ी देवी पर अभद्र टिप्पणी के मुद्दे पर तेजस्वी ने स्पष्ट कहा कि यह केवल एक परिवार पर हमला नहीं बल्कि महिलाओं का अपमान है। उन्होंने सवाल उठाया कि भाजपा हमेशा संस्कृति और संस्कार की दुहाई देती है, लेकिन जब उनकी मां पर भाषा की मर्यादा तोड़ी गई तो पूरे दल ने मौन साध लिया। उन्होंने इसे सत्ता पक्ष की बौखलाहट और हताशा बताया। तेजस्वी ने कहा, “राजनीतिक मतभेद अपनी जगह हैं, लेकिन मां-बहन पर हमला करना तालियों की राजनीति नहीं, बल्कि गिरती हुई सोच का सबूत है।”
पीएम मोदी की पुरानी टिप्पणियों का हवाला
तेजस्वी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सीधे निशाने पर लेते हुए कहा कि भाजपा अगर सच में नैतिकता और मर्यादा की इतनी बड़ी पैरोकार है तो उसे पीएम के पुराने बयानों की भी समीक्षा करनी चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि चुनावी रैलियों से लेकर संसदीय भाषणों तक, प्रधानमंत्री खुद कई बार मर्यादा की सीमाएं पार कर चुके हैं। तेजस्वी ने व्यंग्यात्मक लहजे में कहा, “एक तरफ नैतिकता का लंबा भाषण और दूसरी तरफ चुनावी राजनीति के लिए व्यक्तिगत हमले—यही भाजपा और मोदी का डबल स्टैंडर्ड है।”
बिहार की राजनीति में नई जंग
तेजस्वी का यह बयान अब बिहार की राजनीति में नया रंग भर रहा है। विधानसभा चुनाव की आहट के बीच उनका यह आक्रामक तेवर सीधे-सीधे भाजपा-विरोधी खेमे को मजबूती देता दिख रहा है। तेजस्वी ने साफ कर दिया कि वे अब हर आरोप का जवाब उसी अंदाज में देंगे और किसी हमले से पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ सत्ता की लड़ाई नहीं बल्कि “विचारधारा और सामाजिक न्याय की जंग” है।
यह पूरा घटनाक्रम साफ दिखाता है कि आने वाले दिनों में बिहार की राजनीति और ज्यादा गर्म होगी। तेजस्वी ने जिस तरह प्रधानमंत्री तक को सीधे निशाने पर लिया है, उससे साफ है कि मुकाबला अब सीधे सत्ता बनाम विपक्ष के टकराव में बदल चुका है।