कांग्रेस महासचिव और सांसद प्रियंका गांधी ने बिहार चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार सरकार पर अब तक का सबसे तीखा प्रहार करते हुए कहा कि पहले देश अंग्रेजों की गुलामी झेल रहा था और आज बिहार दिल्ली से नियंत्रित हो रहे “सिंगल इंजन” शासन का शिकार है। महात्मा गांधी के आदर्शों को याद करते हुए प्रियंका ने जोर देकर कहा कि आज सत्ता का अभिमान जनता के अधिकारों को रौंद रहा है, और इस संघर्ष को अब बिहार की जनता नेतृत्व देगी।
प्रियंका गांधी ने पीएम मोदी के लगातार “पीड़ित” वाला नैरेटिव अपनाने पर सीधा तंज कसते हुए कहा — “आप रोना बंद कीजिए मोदी जी, पूरा देश रो रहा है। छात्र शिक्षा मांग रहे हैं, युवा रोजगार मांग रहे हैं, किसान मदद मांग रहे हैं… और आप रो-पीट कर सहानुभूति बटोर रहे हैं।” भीड़ से उठती तालियों-नारों के बीच प्रियंका के हर वाक्य ने सत्ता को कटघरे में खड़ा कर दिया।
उन्होंने बिहार की सत्ता संरचना पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि यहां सत्ता का असली रिमोट दिल्ली में है। नीतीश कुमार “मुख्यमंत्री” भर हैं, फैसले पूर्ण रूप से नरेंद्र मोदी के इशारों पर होते हैं — “यह डबल इंजिन नहीं, एकदम सिंगल इंजन की सरकार है और बिहार की असली ड्राइविंग सीट दिल्ली के पास है।”
युवाओं के पेट पर वार: अग्निवीर योजना पर सबसे कठोर सवाल
प्रियंका गांधी ने सेना से जुड़े परिवारों की भावनाओं को संबोधित करते हुए पूछा कि अगर अग्निवीर योजना से न देश को फायदा, न सेना को और न नौजवानों को — तो फिर इसे लागू क्यों रखा गया? इसका जवाब उन्होंने खुद ही दिया — “क्योंकि यह सरकार सिर्फ पूंजीपतियों के फायदे के लिए चल रही है।”
बालू माफिया का शासन — जनता ठगी, नेता लूट में व्यस्त
लखीसराय में उन्होंने उपमुख्यमंत्री और भाजपा नेताओं पर बालू माफिया से गठजोड़ का आरोप लगाते हुए कहा कि पूरे बिहार में उद्योग की जगह रेत तस्करी चल रही है — रोजगार-शिक्षा का कोई रोडमैप नहीं और सरकार का विकास मॉडल सिर्फ बालू की कालाबाजारी है।
पलायन की पीड़ा — बिहार की इज्जत देश की रीढ़ थी, अब मजबूरी बन गई
प्रियंका ने बिहार की ऐतिहासिक बौद्धिक विरासत को याद दिलाते हुए कहा कि देश की उन्नति का इंजन कभी बिहार था। आज यहां के युवा मजदूरी के लिए पलायन को मजबूर हैं, किसान फसल का दाम नहीं पा रहे। “यहां की मिट्टी IAS-IPS देती है, लेकिन आज की सरकार यहां का भविष्य छीन रही है।”
महिलाओं को ‘चुनावी रिश्वत’? 20 साल की अनदेखी का हिसाब मांगें
उन्होंने महिलाओं के लिए अचानक 10,000 रुपये देने की सरकारी घोषणा पर कहा — “20 साल महिला संघर्ष नहीं कर रही थीं क्या? चुनाव से एक हफ्ते पहले पैसों का दान मतलब वोट की बोली! इनका पैसा ले लो — लेकिन वोट मत दो!” सभा में खड़े हजारों महिलाओं ने हाथ उठाकर समर्थन जताया — “बदलेगा बिहार!”
वोट काटकर अधिकार छीनने की साजिश — 65 लाख आवाजें गायब
प्रियंका ने खुलासा किया कि बिहार में 65 लाख से अधिक वोट काट दिए गए — एक लोकतांत्रिक अपराध। “वोट काटना मतलब जनता की आवाज पर विराम लगाना… यह लोकतंत्र के खिलाफ सबसे बड़ी साजिश है।”
अडानी-पूंजीपति मॉडल पर हमला
प्रियंका ने कहा — “अडानी को बिहार की जमीन एक रुपए प्रति एकड़… और बिहार का नौजवान जमीन खरीदने जाए तो कर्जा और फाइलों का पहाड़! मोदी के दोस्तों का हजारों करोड़ माफ, और ईमानदार मजदूर पर टैक्स का डंडा!”
बाढ़ बिहार की नियति नहीं — केंद्र की बेरुखी है
कोसी नदी की बाढ़ पर बोलीं — “कांग्रेस सरकार में इसे राष्ट्रीय आपदा घोषित कर राहत मिलती थी। अब आपदा भी राजनीति की भेंट चढ़ गई है।”
जनता को शक्ति का स्मरण — बिहार बदलाव के मूड में
रोसड़ा और सोनबरसा की रैलियों व रोड शो में उत्साह देखते हुए प्रियंका ने कहा — “बिहार बदलाव का फैसला कर चुका है। महागठबंधन ही बिहार को न्याय देगा।”
महागठबंधन की गारंटी — शिक्षा, नौकरी, सम्मान
प्रियंका ने घोषणापत्र की पूरी सूची जनता के सामने रखकर कहा — “वादा नहीं, अधिकार देंगे — हर परिवार को रोजगार, महिलाओं को सम्मान, किसानों को न्याय।”
(गारंटी सूची विस्तृत रूप से मंच से पढ़ी गई, जिसे जनता ने जमकर सराहा)
अंत में एक धारदार व्यंग्य
मोदी सरकार के ‘अपमान की राजनीति’ पर सीधा हमला —
“मोदी जी, एक ‘अपमान मंत्रालय’ बना दीजिए — आप हर किसी को यही तो दे रहे हैं!”
बिहार की जमीन से उठी यह ललकार सिर्फ चुनावी शोर नहीं — सत्ता के अहंकार के खिलाफ चेतावनी है। प्रियंका के भाषण ने चुनावी हवा पलटने का संकेत दे दिया है। पहली बार प्रधानमंत्री मोदी की शैली पर सीधे वार कर प्रियंका गांधी ने साफ कर दिया —यह लड़ाई डर और दमन के खिलाफ बिहार की गरिमा की लड़ाई है। बिहार बोलेगा — और इस बार ज़ोर से बोलेगा।

प्रियंका के भाषण की मुख्य बातें:
- मोदी जी रोना बंद कीजिए, बिहार जवाब देगा
 - बिहार में बर्बादी, अपमान मंत्रालय’ खोल लो मोदी जी
 - 65 लाख वोट काटकर लोकतंत्र की हत्या
 - बालू माफिया और पूंजीपतियों की सरकार — बिहार अब बगावत करेगा
 - अग्निवीर से नौजवान तबाह — मोदी सरकार सिर्फ अपने मित्रों के लिए
 - 20 साल की अनदेखी, चुनाव में रिश्वत — महिलाओं का अपमान बंद करो
 - बिहार बीजेपी-जेडीयू की जागीर नहीं — अब जनता का हक लौटेगा
 - पलायन की पीड़ा और सपनों की लूट — मोदी-नीतीश जिम्मेदार
 - अडानी को एक रुपए, बिहार को मात — बीजेपी का असली चेहरा बेनकाब
 - दिल्ली से रिमोट, बिहार में कठपुतली सरकार
 
 

 


