तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने जर्मनी और ब्रिटेन की सफल यात्रा के बाद ऐलान किया है कि इस दौरे के दौरान राज्य ने 33 समझौता ज्ञापनों (MoUs) पर हस्ताक्षर किए हैं। इन समझौतों के जरिये प्रदेश में ₹15,516 करोड़ का निवेश आने का रास्ता साफ हुआ है।
रोजगार सृजन पर फोकस
सरकार का दावा है कि इन निवेश परियोजनाओं से न केवल उद्योगों का विस्तार होगा बल्कि हजारों युवाओं के लिए रोजगार के अवसर भी तैयार होंगे। मुख्यमंत्री स्टालिन ने कहा कि उनकी सरकार का विज़न है कि तमिलनाडु को दक्षिण एशिया का इंडस्ट्रियल हब बनाया जाए और यह समझौते उसी दिशा में एक अहम कदम हैं।
अंतरराष्ट्रीय निवेशकों का भरोसा
स्टालिन ने बताया कि उनकी विदेश यात्रा का उद्देश्य सिर्फ निवेश आकर्षित करना नहीं था बल्कि तमिलनाडु को निवेशकों के लिए एक भरोसेमंद गंतव्य के रूप में प्रस्तुत करना भी था। जर्मनी और ब्रिटेन की कंपनियों ने तमिलनाडु के मजबूत इंफ्रास्ट्रक्चर, स्किल्ड मैनपावर और स्थिर नीति वातावरण पर भरोसा जताया है।
विपक्ष पर भी कटाक्ष
मुख्यमंत्री ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि जब राज्य की अर्थव्यवस्था को गति देने की बात आती है तो राजनीतिक दलों को मतभेद भूलकर एकजुट होना चाहिए। उन्होंने कहा कि इन समझौतों से मिलने वाले अवसर पूरे तमिलनाडु के लिए हैं, किसी दल या विचारधारा तक सीमित नहीं।
भविष्य की राह
तमिलनाडु सरकार अब इन MoUs को जल्द से जल्द धरातल पर उतारने के लिए विशेष टास्क फोर्स बनाएगी। मुख्यमंत्री ने भरोसा जताया कि अगले कुछ वर्षों में राज्य निवेश और रोजगार सृजन के मामले में देशभर में अग्रणी स्थान पर होगा।