भारतीय सिनेमा के इतिहास में 71वां राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह एक ऐसा यादगार दिन बन गया, जिसे लंबे समय तक याद किया जाएगा। इस दिन मंच पर पहुंचे किंग खान शाहरुख खान और क्वीन रानी मुखर्जी ने पूरे हॉल को सितारों की चमक से रोशन कर दिया। शाहरुख खान के करियर का यह पहला राष्ट्रीय पुरस्कार था, और जब उन्होंने मंच पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से सम्मान ग्रहण किया, तो पूरा माहौल तालियों की गड़गड़ाहट और उत्साह से गूंज उठा।
शाहरुख खान ने फिल्म ‘जवान’ के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का राष्ट्रीय पुरस्कार जीता। यह उनके तीन दशकों लंबे करियर का एक ऐतिहासिक पल था। ब्लैक शेरवानी सूट और काले चश्मे में जब वह मंच पर पहुंचे, तो हर कोई उनकी ओर खिंचता चला गया। लेकिन असली जादू उस समय हुआ, जब उन्होंने हाथ जोड़कर और झुककर सबको ‘सलाम नमस्ते’ किया। इस विनम्र और दिल छू लेने वाले अंदाज़ ने वहां मौजूद हर शख्स को भावुक कर दिया। उनके इस अंदाज़ ने याद दिला दिया कि क्यों शाहरुख को हमेशा से दर्शकों का चहेता और असली “किंग ऑफ बॉलीवुड” कहा जाता है।
पुरस्कार ग्रहण करने के बाद शाहरुख की आंखों में चमक और आवाज़ में भावुकता साफ झलक रही थी। उन्होंने कहा — “आज का दिन मेरे जीवन का अविस्मरणीय पल है। यह अवॉर्ड मैं अपने दर्शकों, अपने परिवार और उन सभी कलाकारों को समर्पित करता हूं, जिनसे मैंने अभिनय सीखा।” शाहरुख ने यह भी जोड़ा कि यह सम्मान सिर्फ उनके लिए नहीं बल्कि भारतीय सिनेमा के हर उस सपने देखने वाले कलाकार के लिए है, जो मेहनत और लगन से आगे बढ़ना चाहता है।
वहीं दूसरी ओर, रानी मुखर्जी की मौजूदगी ने इस समारोह को और भी खास बना दिया। उन्हें ‘Mrs. Chatterjee vs Norway’ फिल्म में दमदार अभिनय के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का राष्ट्रीय पुरस्कार दिया गया। रानी मंच पर बेहद गरिमामयी अंदाज़ में पहुंचीं। उनकी मुस्कान और आत्मविश्वास से भरी आंखों ने यह जाहिर कर दिया कि उनके लिए यह सम्मान कितनी बड़ी उपलब्धि है। लंबे समय से सिल्वर स्क्रीन पर अपनी गहरी छाप छोड़ती आ रही रानी का यह क्षण दर्शकों के दिलों में हमेशा के लिए दर्ज हो गया।
सोशल मीडिया पर शाहरुख खान और रानी मुखर्जी के इस यादगार दिन की तस्वीरें और वीडियो वायरल हो गए हैं। शाहरुख का ‘सलाम नमस्ते’ वाला वीडियो खासतौर पर ट्रेंड कर रहा है। फैंस कह रहे हैं कि यही शालीनता और विनम्रता शाहरुख खान को सिनेमा का सबसे बड़ा सितारा बनाती है। वहीं, रानी मुखर्जी के फैन्स भी गर्व से भर उठे हैं और उन्हें “ट्रू क्वीन ऑफ एक्टिंग” बता रहे हैं।
यह दिन सिर्फ शाहरुख और रानी के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे बॉलीवुड और भारतीय सिनेमा जगत के लिए ऐतिहासिक रहा। जहां शाहरुख ने अपने पहले नेशनल अवॉर्ड के साथ नया मील का पत्थर हासिल किया, वहीं रानी मुखर्जी ने एक बार फिर साबित किया कि असली अभिनय किसी भी सीमा, उम्र या दौर का मोहताज नहीं होता। 71वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह की यह शाम भारतीय सिनेमा के गौरव और प्रतिभा की मिसाल बनकर आने वाली पीढ़ियों तक सुनाई जाती रहेगी।