सऊदी अरब और पाकिस्तान ने हाल ही में एक नई रक्षा संधि पर हस्ताक्षर किए हैं। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए रियाद में पाकिस्तान के राजदूत अहमद फारूक ने कहा कि यह समझौता दोनों देशों के लंबे और गहरे रिश्तों का स्वाभाविक विस्तार है।
राजदूत ने बताया कि अब अगर किसी एक देश पर हमला होता है, तो उसे दोनों देशों पर हमला माना जाएगा। यानी दोनों देश एक-दूसरे की सुरक्षा के लिए साथ खड़े रहेंगे। उनके अनुसार यह रक्षा समझौता दशकों पुराने भरोसे और दोस्ती की औपचारिक पुष्टि है।
उन्होंने यह भी कहा कि सऊदी और पाकिस्तान के रिश्ते सिर्फ राजनीति तक सीमित नहीं हैं, बल्कि धर्म, संस्कृति और समाज के स्तर पर भी मजबूत हैं। इस नई साझेदारी से दोनों देशों का आर्थिक और रक्षा सहयोग और मजबूत होगा।
यह समझौता पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ़ की हालिया सऊदी यात्रा के दौरान हुआ। विश्लेषकों का मानना है कि इस संधि से खाड़ी और दक्षिण एशिया की राजनीति और सुरक्षा पर बड़ा असर पड़ सकता है। अब सऊदी और पाकिस्तान ने वादा किया है कि अगर कोई एक देश पर हमला करेगा तो दोनों मिलकर उसका जवाब देंगे। यह दोस्ती को और मजबूत करने वाला कदम माना जा रहा है।