रियाद, 13 अक्टूबर 2025
तेल हमारा अतीत था, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस हमारा भविष्य : सऊदी अरब
तेल के दम पर दुनिया चलाने वाला सऊदी अरब अब डेटा और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के दम पर नई दुनिया बनाने की तैयारी में है। सऊदी सरकार ने ऐलान किया है कि वह 1,00,000 “AI वॉरियर्स” यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस योद्धाओं को तैयार करेगी — जो भविष्य की डिजिटल जंग में देश की ताकत साबित होंगे।
यह मिशन सऊदी अरब के Vision 2030 का सबसे बड़ा टेक प्रोजेक्ट माना जा रहा है। इस अभियान का नेतृत्व SDAIA (Saudi Data and AI Authority) और सूचना एवं संचार मंत्रालय कर रहे हैं। इसका मकसद है देश के युवाओं को डेटा साइंस, मशीन लर्निंग और रोबोटिक्स जैसे हाईटेक विषयों में ट्रेनिंग देना ताकि सऊदी अरब आने वाले समय में दुनिया की टेक राजधानी बन सके।
सरकार ने साफ कहा है —“तेल हमारा अतीत था, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस हमारा भविष्य है।” फिलहाल, सऊदी ने पहले चरण में AI ट्रेनिंग कैंप शुरू कर दिए हैं, जहाँ युवा इंजीनियर, छात्र और सरकारी कर्मचारी डेटा एनालिसिस से लेकर स्मार्ट ऐप डेवलपमेंट तक की रियल-टाइम ट्रेनिंग ले रहे हैं। अब तक 3.3 लाख से ज़्यादा लोगों को AI से जुड़े बुनियादी कोर्सों में शामिल किया जा चुका है।
सऊदी अरब अब सिर्फ तेल बेचने वाला देश नहीं रहेगा, बल्कि आने वाले वर्षों में टेक्नोलॉजी एक्सपोर्ट करने वाला पावरहाउस बनना चाहता है। देश की नीति साफ है — “AI में जो आगे बढ़ा, वही भविष्य चलाएगा।”
विशेषज्ञों का कहना है कि अगर यह योजना पूरी तरह सफल होती है, तो सऊदी न केवल खाड़ी क्षेत्र बल्कि एशिया में भी AI लीडरशिप हासिल कर सकता है। यानी आने वाले वक्त में जब दुनिया “डिजिटल वॉर” की बात करेगी — तब सऊदी के ये एक लाख AI योद्धा उसकी नई सेना होंगे।