पंजाबी सिनेमा की सबसे मनोरंजक और ब्लॉकबस्टर फ्रेंचाइज़ी में से एक “सरदार जी” अपने तीसरे भाग के साथ धमाकेदार वापसी कर चुकी है। दलजीत दोसांझ की कॉमिक टाइमिंग, उनकी चुलबुली अदाएं और ऊर्जावान स्क्रीन प्रजेंस ने एक बार फिर दर्शकों का दिल जीत लिया है। लेकिन इस बार फिल्म को लेकर उत्साह दोगुना है—क्योंकि इसमें शामिल हो रही हैं पाकिस्तान की चमकती अदाकारा हानिया आमिर, जिन्होंने अपने अभिनय और मासूमियत से फिल्म को अलग ही स्तर पर पहुंचा दिया है।
दलजीत दोसांझ: पंजाबी मनोरंजन का भरोसा
दलजीत दोसांझ ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि वह न केवल पंजाबी सिनेमा के सबसे विश्वसनीय चेहरे हैं, बल्कि ग्लोबल स्तर पर भी भारतीय मनोरंजन का प्रतिनिधित्व करने में पूरी तरह सक्षम हैं। “सरदार जी 3″ में दलजीत का किरदार पहले की तरह ही कॉमिक, मासूम और दिलचस्प है, लेकिन इस बार स्क्रिप्ट में नया ट्विस्ट है—जो उन्हें अलग–अलग परतों के साथ पेश करता है।
फिल्म में दलजीत का अभिनय न केवल हंसाता है, बल्कि भावुक भी करता है—एक ऐसे किरदार के रूप में जो मज़ाकिया होते हुए भी दिल से बोलता है।
हानिया आमिर: शाहरुख की दीवानी, अब पंजाब की रानी
हानिया आमिर, जिनकी लोकप्रियता पाकिस्तान में सोशल मीडिया और ड्रामा वर्ल्ड के जरिए पहले से ही बुलंदियों पर है, अब भारतीय दर्शकों के दिलों में भी जगह बना रही हैं।
“सरदार जी 3″ में उन्होंने जिस मासूमियत, सौंदर्य और सहजता से अपने किरदार को निभाया है, उसने फिल्म को एक नया जादू दिया है। खास बात यह है कि हानिया आमिर शाहरुख़ ख़ान की जबरदस्त फैन हैं और अक्सर उनका ज़िक्र अपने इंटरव्यूज़ व सोशल मीडिया पोस्ट्स में करती रहती हैं। फिल्म के प्रमोशन के दौरान उन्होंने कहा, “मुझे शाहरुख़ ख़ान से प्रेरणा मिलती है। जिस तरह वो हर किरदार को जज़्ब कर लेते हैं, वैसा ही मैं भी सीखना चाहती हूं।” उनका बॉलीवुड में काम करने का इरादा भी दर्शकों में उत्सुकता पैदा कर रहा है।
फिल्म को लेकर विरोध और समर्थन दोनों में बहस
“सरदार जी 3″ के रिलीज़ से पहले ही कुछ कट्टरपंथी समूहों ने विरोध किया था कि एक पाकिस्तानी एक्ट्रेस को भारतीय फिल्म में लेना राष्ट्रीय भावना के खिलाफ है।
सोशल मीडिया पर #BoycottSardarJi3 जैसे हैशटैग भी ट्रेंड करने लगे थे।
लेकिन वहीं दूसरी ओर, फिल्म इंडस्ट्री और दर्शकों का बड़ा तबका इस विरोध के खिलाफ खड़ा हुआ।
अभिनेता और निर्माता फरहान अख्तर ने ट्वीट किया, “फिल्में नफरत नहीं, संस्कृति और रिश्ते जोड़ने का माध्यम होती हैं। सिनेमा को सीमाओं से परे देखना चाहिए।”
पंजाबी एक्टर और कॉमेडियन गुरप्रीत घुग्गी ने कहा, “अगर पाकिस्तान की कोई अभिनेत्री दिल से और पेशेवर तौर पर काम करना चाहती है, तो हमें खुले दिल से स्वागत करना चाहिए। कलाकार की कोई सरहद नहीं होती।”
संगीत और तकनीकी पक्ष भी बेमिसाल
फिल्म का संगीत, खासकर “दिल ते लगी” और “नीले नखरे वाली” जैसे गाने पहले ही सोशल मीडिया पर वायरल हो चुके हैं। जतिंदर शाह द्वारा दिए गए संगीत में परंपरा और आधुनिकता का जबरदस्त फ्यूजन देखने को मिला है। सिनेमेटोग्राफी, कोरियोग्राफी और एडिटिंग में इंटरनेशनल स्तर की गुणवत्ता झलकती है, जो इसे केवल पंजाबी नहीं, पैन–इंडियन दर्शकों के लिए भी उपयुक्त बनाती है।
फिल्म का संदेश – हास्य, प्रेम और एकजुटता
“सरदार जी 3″ सिर्फ मनोरंजन नहीं, बल्कि आपसी सहयोग, प्यार और रिश्तों की मिठास को भी दर्शाती है।
जहां एक ओर फिल्म दर्शकों को हँसाती है, वहीं दूसरी ओर यह विभाजन की मानसिकता से बाहर आने का संदेश भी देती है। “सरदार जी 3″ एक ऐसी फिल्म है जो आपको हँसाएगी, कुछ पलों में भावुक करेगी और अंत में दिल को हल्का कर देगी।
दलजीत दोसांझ का चार्म, हानिया आमिर की नयी मौजूदगी, और पंजाबी सिनेमा की बढ़ती वैश्विक पहचान इसे देखने लायक बनाती है। जो लोग विरोध के नाम पर खड़े हैं, उन्हें शायद समझना होगा कि सिनेमा दिल से बनता है, और दिलों की ज़ुबान सीमाएं नहीं जानती।