कीव 7 सितंबर 2025
रूस का अब तक का सबसे बड़ा हमला
रूस-यूक्रेन युद्ध ने एक बार फिर भयावह मोड़ ले लिया है। रूस ने यूक्रेन पर लगातार 805 मिसाइलें और 13 ड्रोन दागकर राजधानी कीव समेत कई इलाकों को झकझोर दिया। इस भीषण हमले ने न केवल शहर की बुनियादी संरचनाओं को तहस-नहस कर दिया, बल्कि यूक्रेन की कैबिनेट बिल्डिंग को भी पूरी तरह से खाक में बदल दिया।
मासूम जिंदगी पर हमला: नवजात की मौत
इस हमले का सबसे दर्दनाक पहलू रहा नवजात बच्चे की मौत। रिपोर्ट्स के मुताबिक, कैबिनेट बिल्डिंग के आसपास की बस्तियों पर मिसाइलें गिरने से तीन लोगों की जान चली गई, जिनमें एक नवजात भी शामिल था। मलबे में दबी मां अपने बच्चे को बचाने की कोशिश करती रही, लेकिन जीवन की डोर टूट गई। यह दृश्य न केवल यूक्रेन बल्कि पूरी दुनिया को हिला देने वाला है।
कैबिनेट बिल्डिंग पर सीधा वार
कीव की सबसे सुरक्षित और रणनीतिक इमारत मानी जाने वाली कैबिनेट बिल्डिंग पर सीधा वार कर रूस ने यह संदेश देने की कोशिश की है कि युद्ध अब और ज्यादा निर्णायक व खतरनाक चरण में प्रवेश कर चुका है। यूक्रेन सरकार के कई अहम दफ्तर इसी बिल्डिंग से संचालित होते थे। इमारत के पूरी तरह से खंडहर में बदल जाने के बाद प्रशासनिक कामकाज प्रभावित होने की आशंका है।
यूक्रेन का पलटवार और बचाव
यूक्रेनी सेना का दावा है कि उसने रूस द्वारा दागी गई कई मिसाइलों और ड्रोन को हवा में ही नष्ट कर दिया। हालांकि, इतने बड़े पैमाने पर हुए हमले को रोकना असंभव था। राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने इस हमले को “मानवता के खिलाफ अपराध” करार दिया और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से तुरंत हस्तक्षेप की अपील की।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गूंज
रूस के इस ताजा हमले ने पूरी दुनिया में चिंता बढ़ा दी है। संयुक्त राष्ट्र, अमेरिका और यूरोपीय संघ ने इसकी कड़ी निंदा की है। पश्चिमी देशों का कहना है कि रूस का यह हमला युद्ध के नियमों और अंतरराष्ट्रीय कानून का खुला उल्लंघन है। वहीं, नाटो ने संकेत दिया है कि वह यूक्रेन को और ज्यादा सैन्य मदद देने पर विचार कर रहा है।
रूस की रणनीति और इरादे
विशेषज्ञों का मानना है कि रूस इस भीषण हमले के जरिए यूक्रेन की राजनीतिक और प्रशासनिक व्यवस्था को पूरी तरह से ध्वस्त करना चाहता है। कैबिनेट बिल्डिंग जैसे महत्वपूर्ण संस्थानों पर वार यह दर्शाता है कि रूस अब यूक्रेन की राज्य व्यवस्था को जड़ से हिलाना चाहता है।
नतीजा: युद्ध और भी भयानक मोड़ पर
नवजात की मौत और कैबिनेट बिल्डिंग के खंडहर में बदलने की तस्वीरें अब यूक्रेन युद्ध की नई पहचान बन गई हैं। यह हमला न सिर्फ युद्ध की क्रूरता का प्रमाण है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि आने वाले दिनों में हालात और भयावह होने वाले हैं। यूक्रेन की जनता हर दिन मौत और तबाही के साये में जी रही है, जबकि पूरी दुनिया सिर्फ बयानबाजी तक सीमित दिखाई दे रही है।