श्रीनगर / दिल्ली । 28 जुलाई 2025
ऑपरेशन महादेव के तहत दाचीगाम में तीन आतंकियों का खात्मा, संसद में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर चर्चा के साथ ही सेना की बड़ी कार्रवाई
लोकसभा में गरजी आवाजें, मैदान में गरजे हथियार
जब संसद के भीतर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ऑपरेशन सिंदूर की वीरगाथा सुना रहे थे, उसी समय कश्मीर की वादियों में भारतीय सुरक्षा बल आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई कर रहे थे। पहलगाम हमले के मास्टरमाइंड हाशिम मूसा उर्फ सुलेमान को श्रीनगर के दाचीगाम इलाके में सोमवार को एक मुठभेड़ के दौरान मार गिराया गया। सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक हाशिम पर 20 लाख रुपये का इनाम था और वह लंबे समय से सुरक्षा एजेंसियों की हिट लिस्ट में शामिल था।
ऑपरेशन महादेव की बड़ी सफलता: तीन आतंकी ढेर
सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ ने संयुक्त रूप से चलाए गए इस ऑपरेशन को ‘ऑपरेशन महादेव’ नाम दिया। श्रीनगर के लिडवास मीडोज, दारा क्षेत्र के ऊपरी हिस्से में सोमवार तड़के घना जंगल और कठिन भौगोलिक स्थिति में यह अभियान अंजाम दिया गया। सेना की चिनार कॉर्प्स के प्रवक्ता ने पुष्टि की कि मुठभेड़ में कुल तीन आतंकियों को ढेर किया गया, जिनमें हाशिम मूसा भी शामिल है।
हाशिम मूसा: आतंक की योजना का सूत्रधार
हाशिम मूसा वही आतंकवादी था जिसने कुछ हफ्ते पहले पहलगाम में सुरक्षाबलों की बस पर हमला किया था, जिसमें कई जवान शहीद हुए थे। उसके खिलाफ कई आतंकी घटनाओं में संलिप्तता के पुख्ता सबूत थे। खुफिया इनपुट के बाद उसे पकड़ने या मार गिराने के लिए ट्रैक एंड एलिमिनेट अभियान लंबे समय से चल रहा था।
दाचीगाम में सुराग, लिडवास में मुठभेड़
सेना को रविवार देर रात दाचीगाम और लिडवास मीडोज में संदिग्ध मूवमेंट की सूचना मिली थी। इसके बाद सुरक्षाबलों ने ऑपरेशन शुरू किया। मुठभेड़ सोमवार सुबह शुरू हुई और कई घंटे चली। इलाके की घनी वनस्पति और दुर्गमता के बावजूद जवानों ने कुशल रणनीति से आतंकियों को घेरकर मारा।
इलाके में घेराबंदी, तलाशी अभियान जारी
स्थानीय प्रशासन ने मुठभेड़ क्षेत्र को सील कर दिया है और सुरक्षाबलों ने क्लीन-अप ऑपरेशन शुरू कर दिया है। आम नागरिकों से अपील की गई है कि वे मुठभेड़ स्थल से दूर रहें और किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें। सेना का कहना है कि तलाशी पूरी होने तक ऑपरेशन जारी रहेगा।
घाटी को संदेश: अब बख्शा नहीं जाएगा
इस ऑपरेशन ने आतंकियों और उनके आकाओं को साफ संकेत दे दिया है—भारत अब चुप नहीं बैठेगा। सुरक्षा एजेंसियों की आक्रामक नीति और धरातल पर सटीक कार्रवाई से यह साफ है कि अब हर हमले का जवाब माकूल तरीके से दिया जाएगा।
राजनाथ सिंह का बयान: “जिन्ह मोहि मारा ते मैं मारे”
लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर बोलते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दो टूक कहा था, “भारत अब बदल चुका है। जो भी हाथ देश पर उठेगा, उसे उखाड़ फेंका जाएगा।” हाशिम मूसा की मौत इस कथन की सच्चाई को दर्शाती है।
आतंक के खिलाफ निर्णायक कदम
पहलगाम हमले के मुख्य आरोपी को मार गिराना न केवल सुरक्षाबलों की रणनीतिक जीत है, बल्कि यह भारत की आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति का स्पष्ट उदाहरण भी है। घाटी में आतंक का अंत अब दूर नहीं, संदेश स्पष्ट है—जो हमला करेगा, वह मारा जाएगा।