Home » National » राहुल का सनसनीखेज खुलासा: वोट चोर लॉबी’ के साथ मिलकर चुनाव आयोग कर रहा लोकतंत्र की हत्या

राहुल का सनसनीखेज खुलासा: वोट चोर लॉबी’ के साथ मिलकर चुनाव आयोग कर रहा लोकतंत्र की हत्या

Facebook
WhatsApp
X
Telegram

नई दिल्ली 18 सितम्बर 2025

चुनाव आयोग बचा रहा वोट चोरों को

दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने चुनाव आयोग और मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने दावा किया कि एक सुनियोजित साजिश के तहत कांग्रेस समर्थक मतदाताओं को वोटर लिस्ट से हटाया जा रहा है। राहुल ने इसे “लोकतंत्र की हत्या” करार देते हुए कहा, “हमारे पास ठोस सबूत हैं कि यह कोई तकनीकी गड़बड़ी नहीं, बल्कि भारतीय लोकतंत्र को कमजोर करने का सुनियोजित षड्यंत्र है।”

इस सिलसिले में कर्नाटक CID ने चुनाव आयोग और मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश को 18 बार चिट्ठी लिखी लेकिन एक का भी जवाब आयुक्त या आयोग की तरफ से नहीं दिया गया। इस मामले में कर्नाटक चुनाव आयोग ने मुख्य चुनाव आयुक्त को चिट्ठी लिख कर सहयोग करने और इससे जुड़ी जानकारियां मांगी लेकिन आयोग की तरफ से उसका जवाब भी नहीं दिया गया। राहुल गांधी ने कहा ये सारे सबूत साबित करते हैं कि मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार वोट चोरों को संरक्षण दे रहे हैं।

कांग्रेस के गढ़ों पर निशाना: बूथ-स्तर की साजिश

राहुल ने सबूतों के साथ खुलासा किया कि सबसे ज्यादा वोट डिलीट कांग्रेस के मज़बूत बूथों से हुए। 2018 में इनमें से 80% बूथ कांग्रेस ने जीते थे। उन्होंने कहा, “यह संयोग नहीं, बल्कि एक केंद्रीकृत अपराध है।” राहुल ने सवाल उठाया कि आखिर क्यों सिर्फ कांग्रेस समर्थक वोटरों को ही निशाना बनाया जा रहा है?

सॉफ्टवेयर और कॉल सेंटर से चली साजिश

राहुल ने तकनीकी सबूत पेश करते हुए बताया कि वोटर डिलीशन के लिए सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल हुआ, जिसमें कॉल सेंटर जैसी व्यवस्थित कार्यप्रणाली थी। उदाहरण के तौर पर, एक व्यक्ति ने 36 सेकंड में 2 फॉर्म भरे, जो सामान्य नागरिक के लिए असंभव है। एक “सूर्यकांत” नामक व्यक्ति ने 14 मिनट में 12 वोट डिलीट किए, बिना वोटरों या उनके परिवार को इसकी भनक लगे।

फर्जी नंबर, बाहरी नेटवर्क: साजिश का पर्दाफाश

राहुल ने बताया कि वोट डिलीट करने के लिए इस्तेमाल हुए मोबाइल नंबर कर्नाटक के नहीं, दूसरे राज्यों के थे। उन्होंने सवाल उठाया, “ये नंबर किसके हैं? OTP किसने जनरेट किया? और चुनाव आयोग इस पर चुप क्यों है?” यह सारा ऑपरेशन बाहर से संचालित होने का दावा राहुल ने सबूतों के साथ किया।

अलंद का मामला: 6,018 वोट डिलीट किए गए

कर्नाटक की अलंद विधानसभा में 6,018 वोटर डिलीशन की कोशिश का खुलासा हुआ। यह साजिश तब पकड़ी गई जब एक बूथ-लेवल अधिकारी ने अपने चाचा का नाम वोटर लिस्ट से गायब पाया। पड़ोसी के नाम पर फर्जी अप्लिकेशन दाखिल की गई थी। राहुल ने कहा, “एक जगह 6,000 वोट पकड़े गए, तो सोचिए देशभर में कितने लाख वोट चुपके से मिटाए गए होंगे?”

“ज्ञानेश कुमार पर सवाल: चोरों को क्यों बचा रहे?”

राहुल ने मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार पर सीधा हमला बोला, आरोप लगाया कि आयोग के पास सारे सबूत हैं, फिर भी कोई कार्रवाई नहीं हो रही। उन्होंने कहा, “चुनाव आयोग वोट चोरों को ढाल दे रहा है। हम इन सबूतों को जनता के सामने लाएंगे ताकि युवा समझें कि उनका वोट कैसे छीना जा रहा है।”

देश के सामने ये सवाल

1. वोट डिलीट करने वाले मोबाइल नंबर किसके हैं?
2. क्या चुनाव आयोग ने इन नंबरों का फॉरेंसिक ऑडिट किया?
3. गड़बड़ियाँ सिर्फ कांग्रेस बूथों में ही क्यों?
4. क्या यह एक केंद्रीकृत राजनीतिक साजिश है?

राहुल का वादा: “लोकतंत्र की रक्षा करेंगे”

राहुल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस का अंत करते हुए कहा, “यह सिर्फ कांग्रेस की नहीं, भारत के हर नागरिक की लड़ाई है। हम और सबूत लाएंगे और लोकतंत्र को बचाने की जंग जारी रखेंगे।” उन्होंने कहा, हमारे पास पूरे सबूत हैं कि देश के CEC ज्ञानेश कुमार ‘वोट चोरों’ की रक्षा कर रहे हैं। हर चुनाव में हमें रिपोर्ट आती थी कि विपक्ष के वोट डिलीट किए जा रहे हैं। इनमें OBC, दलित, आदिवासी, अल्पसंख्यक वर्ग से जुड़े वोटर शामिल हैं। राहुल ने कहा, चुनाव आयोग में हमारे आदमी हैं। अब चुनाव आयोग के अंदर से हमें ‘वोट चोरी’ की जानकारी मिलने लगी है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *