केरल कांग्रेस ने सूचना प्रसारण मंत्री की कड़ी आलोचना की है। यह आलोचना उनके उस आदेश को लेकर है जिसमें वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दोस्त गौतम अडानी की वकालत कर रहे हैं। कांग्रेस ने कहा कि अदाणी को कुछ पोर्टलों पर प्रकाशित समाचार लेखों को हटाने के लिए अदालत से निर्देश मिला है, क्योंकि उनका दावा था कि वे मानहानिकारक हैं।
अब अश्वनी वैष्णव के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय (I&B Ministry) ने 200 वीडियो हटाने के आदेश जारी किए हैं — जिनमें ध्रुव राठी, रवीश कुमार और अन्य प्रमुख यूट्यूब चैनलों के वीडियो भी शामिल हैं।
कांग्रेस ने पूछा कि अश्विनी वैष्णव, आप इतनी जल्दीबाज़ी क्यों कर रहे हैं हर वह वीडियो हटाने में जो अदाणी की आलोचना करता है — यहाँ तक कि उन पर भी, जिन पर अडानी ने अदालत में कोई आपत्ति दर्ज नहीं कराई? सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की क्या भूमिका है? क्या आपका काम अडानी के ख़िलाफ़ सामग्री हटवाने का काम है? वो भी जब मामला कंटेंट क्रिएटर्स और एक व्यापारी के बीच है?
कांग्रेस ने कटाक्ष करते हुए कहा कि कम से कम अडानी से यह तो कहिए कि इन अतिरिक्त वीडियो को हटाने के लिए अदालत का आदेश ले आएँ — ताकि लोगों को यह संदेह न हो कि सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय सीधे अडानी द्वारा चलाया जा रहा है। कांग्रेस ने आगाह किया कि ज़्यादा उत्साह आपकी पोल खोल देगा।