प्रियंका गांधी का हमला: “बिहार में जनता परेशान है और मोदी जी सिर्फ बातें करके चले जाते हैं”
बछवाड़ा और बेगूसराय में आयोजित जनसभाओं में कांग्रेस महासचिव श्रीमती प्रियंका गांधी वाड्रा ने बिहार और केंद्र की NDA सरकार पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता आज महंगाई, बेरोजगारी और अपराध से त्रस्त है, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सिर्फ लंबी-चौड़ी बातें करके चले जाते हैं। प्रियंका गांधी ने कहा कि 20 साल से एनडीए की सरकार है, अगर महिलाओं को सम्मान और आर्थिक सहायता देने की बात सही मायनों में करनी होती, तो अब तक की जाती, आज चुनाव के वक्त क्यों की जा रही है?
प्रियंका गांधी ने कहा कि बिहार में अपराध बेलगाम है। सरेआम हत्याएं हो रही हैं और आम आदमी डर के साये में जी रहा है। उन्होंने कहा, “यहां महिलाएं असुरक्षित महसूस करती हैं, अकेले बाहर जाने से घबराती हैं। बच्चों और युवाओं को सुरक्षित माहौल देने की बजाय सरकार सिर्फ सत्ता बचाने में लगी है।” उन्होंने जोर देकर कहा कि अपराधियों को संरक्षण देने वाले नेताओं की वजह से कानून का डर खत्म हो गया है, और यही बिहार के पतन का सबसे बड़ा कारण है।
प्रियंका गांधी ने कहा कि बिहार में महंगाई ने लोगों की कमर तोड़ दी है। त्योहारों में लोग न कुछ खरीद पा रहे हैं और न ही ठीक से जश्न मना पा रहे हैं। उन्होंने कहा, “जनता की तकलीफ सुनने वाला कोई नहीं है — यहां तक कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की भी कोई सुनवाई नहीं होती, क्योंकि असल में बिहार की सरकार पटना से नहीं, दिल्ली से चल रही है। ये डबल इंजन नहीं, बल्कि ‘सिंगल इंजन’ सरकार है, जो सिर्फ भाजपा के इशारों पर चलती है।”
प्रियंका गांधी ने बिहार में औद्योगिक घोटालों और भ्रष्टाचार का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा कि सरकार “कौड़ियों के दाम” पर उद्योगपतियों को जमीन बांट रही है जबकि आम आदमी को कुछ नहीं मिल रहा। उन्होंने चेतावनी दी, “समय है, आप जाग जाइए। अपनी किस्मत अपने हाथ में लीजिए, वरना ये नेता बार-बार आएंगे, अतीत और भविष्य की बातें करेंगे, लेकिन आपके वर्तमान को भूल जाएंगे।”
उन्होंने कहा कि कांग्रेस अगर अतीत की बातें गिनवाने लगे तो BJP की बोलती बंद हो जाएगी — “देश में विकास कांग्रेस लेकर आई है। ये कारखाने, IIT-IIM, AIIMS — सब कांग्रेस की देन हैं। लेकिन हम अतीत नहीं, वर्तमान की बात करते हैं।”
महात्मा गांधी के संघर्ष को याद करते हुए प्रियंका गांधी ने कहा, “जिस तरह अंग्रेजों ने आवाज़ दबाकर राज किया, वैसे ही आज वोट चोरी के ज़रिए लोगों की आवाज़ दबाई जा रही है। नरेंद्र मोदी वोट चोरी करते हैं, चुनाव जीतते हैं और देश की संपत्ति अपने दोस्तों को दे देते हैं।”
उन्होंने बिहार सरकार पर पेपर लीक, घूसखोरी और ठेकेदारी तंत्र के ज़रिए प्रशासन को पंगु बनाने का आरोप लगाया। “बिहार में बिना घूस के बिजली का खंभा नहीं लगता, बिना पैसे खिलाए सड़क नहीं बनती। यही है आज की हकीकत।”
प्रियंका गांधी ने जनता से अपील की, “BJP-NDA वाले अब चुनाव से पहले 10 हजार रुपए की स्कीम लाकर वोट खरीदना चाहते हैं। वो पैसा ले लो, लेकिन वोट मत दो। 20 साल से ये सरकारें सत्ता में हैं, अब जाकर क्यों याद आई जनता?”
उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार की सरकार अब सिर्फ नाम की है, असल में यह “डबल इंजन नहीं, सिंगल इंजन” की सरकार है — “सब कुछ दिल्ली से चलता है, नीतीश कुमार की कोई सुनवाई नहीं है।”
सभा के अंत में प्रियंका गांधी ने बिहार की गौरवशाली विरासत को नमन करते हुए कहा, “यह भूमि महात्मा गांधी, राजा जनक, माता मंगला देवी, राष्ट्रकवि दिनकर और बिहार केसरी डॉ. श्रीकृष्ण सिंह की धरती है। इस पवित्र धरती को मेरा प्रणाम।”
उन्होंने महागठबंधन के घोषणापत्र पर बताया :—
- विधवा, वृद्ध और दिव्यांग महिलाओं को ₹1,500 मासिक पेंशन (हर साल ₹200 की वृद्धि)
- भूमिहीन परिवारों को 3–5 डिसमिल ज़मीन (महिलाओं के नाम पर)
- “माई-बहन मान सम्मान योजना” के तहत ₹2,500 मासिक सहायता
- गरीब परिवारों को ₹25 लाख तक का मुफ्त इलाज
- उद्योग शुरू करने के लिए ₹2 लाख तक की आर्थिक सहायता
- स्थानीय रोजगार के लिए हर विधानसभा क्षेत्र में ₹10 करोड़ का “बिहार बनाओ फंड”
- किसानों को MSP की गारंटी और APMC मंडियों की वापसी
- मनरेगा मजदूरी ₹300 और काम के दिन दोगुने
- पेपर लीक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई और नियुक्तियों का समयबद्ध कैलेंडर
- अंग्रेजी माध्यम के आवासीय विद्यालय की स्थापना
- निजी शिक्षण संस्थानों में आरक्षण का प्रावधान
प्रियंका गांधी के इस भाषण ने बेगूसराय की जनता में नई ऊर्जा का संचार किया। सभा स्थल पर “अब बदलेगा बिहार” और “वोट से जवाब दो” जैसे नारे गूंजते रहे।




