पटना, 27 सितम्बर 2025
बिहार की राजनीति में कांग्रेस ने बड़ा दांव खेला है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने राज्य की महिलाओं को ध्यान में रखते हुए तीन बड़े वादे किए हैं और साफ कहा है कि अब वक्त आ गया है कि महिलाओं की आवाज को ताकत मिले। प्रियंका गांधी ने अपने संबोधन में कहा कि बिहार की महिलाएं वर्षों से संघर्ष कर रही हैं, उन्हें बेहतर शिक्षा, स्वास्थ्य और सम्मानजनक जीवन का अधिकार मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी इन अधिकारों को सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठाएगी और यह सिर्फ चुनावी वादे नहीं बल्कि महिलाओं के भविष्य की गारंटी है।
प्रियंका गांधी ने अपने पहले बड़े वादे के रूप में स्वास्थ्य सेवाओं पर ध्यान केंद्रित किया। उन्होंने कहा कि हर महिला को 25 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज दिया जाएगा ताकि कोई भी महिला पैसों के अभाव में अपनी जान न गंवाए। उन्होंने कहा कि यह योजना महिलाओं के स्वास्थ्य को केंद्र में रखकर बनाई जाएगी और राज्य के हर जिले में इसका लाभ उपलब्ध कराया जाएगा। प्रियंका ने स्पष्ट किया कि कांग्रेस की यह सोच है कि स्वास्थ्य को लेकर महिलाओं के सामने जो सबसे बड़ी चिंता होती है उसे खत्म किया जाए, चाहे वह गंभीर बीमारी हो या किसी भी तरह का ऑपरेशन।
दूसरे वादे में प्रियंका गांधी ने महिलाओं को वित्तीय मदद देने की बात कही। उन्होंने घोषणा की कि हर महिला को 2,500 रुपये प्रति माह की सहायता राशि दी जाएगी। उन्होंने कहा कि यह राशि महिलाओं के हाथ में आएगी, जिससे वे अपने परिवार की जरूरतों और अपने छोटे-छोटे सपनों को पूरा कर सकेंगी। प्रियंका गांधी ने कहा कि यह कदम महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम होगा और इससे घरों में उनकी भूमिका और मजबूत होगी।
तीसरा और सबसे महत्वपूर्ण वादा भूमिहीन परिवारों के लिए किया गया। प्रियंका गांधी ने कहा कि कांग्रेस सरकार आने पर राज्य में जिन परिवारों के पास जमीन नहीं है, उन्हें 3 से 5 डेसिमल जमीन दी जाएगी। उन्होंने कहा कि इससे न सिर्फ गरीबों को अपना घर बनाने का मौका मिलेगा बल्कि वे अपनी आर्थिक स्थिति को भी सुधार सकेंगे। उन्होंने कहा कि यह वादा बिहार के गांव-गांव तक जाकर भूमिहीन परिवारों के जीवन में बदलाव लाएगा।
प्रियंका गांधी के इन वादों को लेकर बिहार की राजनीति में हलचल मच गई है। कांग्रेस पार्टी इसे “महिला सशक्तिकरण का घोषणापत्र” बता रही है, जबकि विपक्षी दलों ने इसे चुनावी स्टंट करार दिया है। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि अगर ये वादे जमीनी स्तर पर लागू होते हैं तो बिहार की महिलाओं के जीवन में बड़ा बदलाव आ सकता है। फिलहाल बिहार में महिलाएं बड़ी संख्या में मतदान करती हैं और उनका समर्थन किसी भी दल के लिए निर्णायक हो सकता है।
प्रियंका गांधी ने अपने भाषण में कहा, “हम आपकी शक्ति को पहचान रहे हैं। हम चाहते हैं कि बिहार की महिलाएं सिर्फ समाज का हिस्सा न रहें बल्कि समाज का नेतृत्व भी करें।” उन्होंने महिलाओं से अपील की कि वे अपने हक के लिए आगे आएं और कांग्रेस को मौका दें ताकि इन वादों को हकीकत में बदला जा सके।