वाशिंगटन 23 सितंबर 2025
वॉशिंगटन से आई बड़ी खबर ने अंतरराष्ट्रीय राजनीति को गर्मा दिया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अगले हफ्ते दुनिया के 8 प्रमुख मुस्लिम देशों के नेताओं से मुलाकात करने जा रहे हैं। इनमें पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ भी शामिल होंगे। यह बैठक व्हाइट हाउस और अंतरराष्ट्रीय मीडिया दोनों के लिए बेहद अहम मानी जा रही है।
क्यों अहम है यह मुलाकात?
ट्रंप प्रशासन ने इस बैठक को “नई रणनीतिक वार्ता” करार दिया है। विशेषज्ञ मानते हैं कि अमेरिका इस समय पश्चिम एशिया और दक्षिण एशिया में बढ़ते तनाव, आतंकवाद, तेल आपूर्ति और इजरायल-फिलिस्तीन विवाद जैसे मुद्दों पर सीधी बातचीत करना चाहता है। इसके अलावा अमेरिका अपने सहयोगियों का भरोसा जीतकर चीन और रूस के बढ़ते प्रभाव को संतुलित करना चाहता है।
पाकिस्तान पर खास नज़र
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की मौजूदगी इस मुलाकात को और दिलचस्प बनाती है। अफगानिस्तान के हालात, आतंकवाद की जड़ें और भारत-पाक रिश्तों पर ट्रंप और शरीफ के बीच बातचीत को लेकर अटकलें तेज़ हैं। माना जा रहा है कि ट्रंप इस मौके पर पाकिस्तान से आतंकवाद पर सख्ती और आर्थिक सुधारों पर स्पष्ट आश्वासन लेंगे।
किन देशों के नेता होंगे शामिल?
हालांकि आधिकारिक सूची अभी पूरी तरह सामने नहीं आई है, लेकिन सूत्रों का कहना है कि सऊदी अरब, तुर्की, मिस्र, इंडोनेशिया, कतर, यूएई, जॉर्डन और पाकिस्तान के नेता इसमें शामिल हो सकते हैं। इन देशों का सामूहिक प्रभाव न केवल मुस्लिम दुनिया बल्कि ऊर्जा बाज़ार और अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा समीकरणों में भी अहम है।
ट्रंप का लक्ष्य
अमेरिका के जानकारों का कहना है कि राष्ट्रपति ट्रंप इस बैठक से “नई डील” निकालना चाहते हैं। इसमें आतंकवाद पर साझा रुख, व्यापार और ऊर्जा सहयोग बढ़ाना और मध्य-पूर्व शांति प्रक्रिया पर ठोस पहल शामिल हो सकती है।
अंतरराष्ट्रीय निगाहें
पूरी दुनिया इस मुलाकात पर नज़र गड़ाए बैठी है। भारत, चीन और यूरोपीय संघ जैसे बड़े खिलाड़ी भी यह देखना चाहते हैं कि ट्रंप मुस्लिम देशों के नेताओं से बातचीत में कौन-सा नया एजेंडा सामने लाते हैं।