गुवाहाटी, असम 14 सितंबर
असम के Bodoland Territorial Council (BTC) चुनाव में राजनीतिक परिदृश्य ने नया मोड़ ले लिया है। पूर्व में गठबंधन में शामिल रहे UPPL और BJP अब एक-दूसरे के सीधे प्रतिद्वंद्वी बन गए हैं। दोनों पार्टियों ने अपने-अपने घोषणापत्रों में न केवल स्थायी शांति का वादा किया है, बल्कि क्षेत्रीय विकास, शिक्षा, रोजगार और बोडो समुदाय के अधिकारों की सुरक्षा पर भी जोर दिया है। यह बदलाव दर्शाता है कि BTC क्षेत्र में राजनीतिक समीकरण तेजी से बदल रहे हैं और आगामी चुनाव सिर्फ सत्ता की होड़ नहीं बल्कि शांति और समावेशी विकास की दिशा में निर्णायक साबित होगा।
BJP ने इस चुनाव में अकेले ही हिस्सा लेने का निर्णय लिया है। पार्टी का कहना है कि यह कदम क्षेत्रीय राजनीति में एक सशक्त और स्वतंत्र विकल्प प्रस्तुत करता है। BJP ने अपने घोषणापत्र में स्पष्ट किया है कि उनका मुख्य उद्देश्य BTC में स्थायी शांति स्थापित करना, बोडो समझौते का पूर्ण कार्यान्वयन सुनिश्चित करना और क्षेत्रीय विकास को गति देना है। पार्टी ने शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के क्षेत्र में भी कई वादे किए हैं, ताकि स्थानीय जनता को विकास का प्रत्यक्ष लाभ मिल सके। इससे यह भी संकेत मिलता है कि BJP अब सीधे जनता के समर्थन पर भरोसा कर रही है और अपने स्वतंत्र अभियान के माध्यम से BTC में स्थायी राजनीतिक प्रभाव बनाने का प्रयास कर रही है।
दूसरी ओर, UPPL ने अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है और पार्टी अध्यक्ष प्रमोद बोरो ने चुनावी रणनीति का विवरण देते हुए कहा कि उनका फोकस स्थानीय विकास, समुदायों के अधिकारों की सुरक्षा और सामाजिक शांति बनाए रखने पर है। UPPL ने घोषणापत्र में यह सुनिश्चित करने का भी वादा किया है कि BTC क्षेत्र में सभी समुदायों के साथ समावेशी और समान व्यवहार किया जाएगा। पार्टी ने शांति और विकास को चुनाव का मुख्य मुद्दा बनाने का फैसला किया है, ताकि जनता को यह विश्वास मिले कि उनके हितों और क्षेत्रीय स्थिरता को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है।
विश्लेषकों का मानना है कि BTC चुनाव में UPPL और BJP के टकराव से न केवल राजनीतिक प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी, बल्कि यह चुनाव स्थायी शांति, विकास और लोकतांत्रिक प्रक्रिया के लिए भी निर्णायक साबित होगा। दोनों पार्टियों द्वारा दिए गए वादे दर्शाते हैं कि इस बार का चुनाव सिर्फ सत्ता का संघर्ष नहीं है, बल्कि जनता के बीच विश्वास और राजनीतिक स्थिरता बनाए रखने की चुनौती भी है। स्थानीय मतदाताओं के लिए यह चुनाव यह तय करने का अवसर है कि कौन सी पार्टी उनके क्षेत्र में शांति, समावेश और विकास सुनिश्चित कर सकती है।