नई दिल्ली 8 सितम्बर 2025
उपराष्ट्रपति पद के चुनाव से ठीक पहले एनडीए खेमे में हलचल तेज़ हो गई है। 6 सितंबर को भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा के आवास पर होने वाला डिनर अचानक रद्द कर दिया गया। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवास पर एनडीए सांसदों के लिए तय डिनर भी कैंसिल कर दिया गया।
सरकारी तौर पर बाढ़ त्रासदी को वजह बताया जा रहा है, लेकिन राजनीतिक गलियारों में सवाल उठ रहे हैं—क्या एनडीए को हार का डर सता रहा है? क्योंकि एनडीए तो मुश्किल से मुश्किल हालात में भी अपने जश्न और राजनीतिक बैठकें करता रहा है।
NDA को डर इस बात का भी है कि जिस तरह कांस्टीट्यूशन क्लब के चुनाव में बीजेपी में क्रॉस वोटिंग हुई थी और अमित शाह के उम्मीदवार संजीव बालियां को कांग्रेस समर्थित राजीव प्रताप रूडी ने हराया था, कहीं वैसा ही उपराष्ट्रपति चुनाव में न हो जाए। एनडीए सांसदों को शनिवार से ही दिल्ली बुला लिया गया है और उन्हें पांच सितारा सुविधाओं से लैस होटलों में ठहराया गया है। इधर, यूपीए पूरी ताक़त झोंककर चुनावी जीत के लिए कमर कस चुकी है।
इस बीच बीजेपी की बौखलाहट साफ़ झलक रही है। विपक्ष के उपराष्ट्रपति उम्मीदवार जस्टिस सुदर्शन रेड्डी की लालू प्रसाद यादव से मुलाकात पर बीजेपी आग-बबूला हो गई। वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने बयान दिया, “जस्टिस सुदर्शन रेड्डी, अंतरात्मा की बात आप न करें।”
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि डिनर के रद्द होने और विपक्ष पर तीखे हमलों से यह साफ है कि एनडीए के अंदर बेचैनी बढ़ गई है। सवाल अब यही है कि कल का चुनाव परिणाम सत्ता पक्ष के लिए नई चुनौती साबित होगा या एक और जीत?