कराची 14 सितम्बर 2025
पाकिस्तान ने लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के मुख्यालय मर्कज तैबा को फिर से बनाने का निर्णय लिया है, जो मई 2025 में भारतीय वायुसेना के ऑपरेशन सिंदूर में नष्ट हो गया था। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर ने इस पुनर्निर्माण परियोजना के लिए वित्तीय सहायता की घोषणा की है। अगस्त 2025 से निर्माण कार्य शुरू हो गया है, और इसे फरवरी 2026 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान सरकार इस पुनर्निर्माण के लिए राज्य निधियों का उपयोग कर रही है, जिसमें बाढ़ राहत के लिए एकत्रित सहायता राशि भी शामिल है। इससे यह संकेत मिलता है कि पाकिस्तान अपने आतंकवादी ढांचे को फिर से स्थापित करने के लिए सरकारी संसाधनों का उपयोग कर रहा है।
भारत ने इस कदम को आतंकवाद के प्रति पाकिस्तान के समर्थन के रूप में देखा है, जिससे क्षेत्रीय तनाव और बढ़ सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम भारत-पाकिस्तान संबंधों में और जटिलता ला सकता है।
इस पुनर्निर्माण परियोजना के पूरा होने के बाद, मर्कज तैबा को फिर से एक प्रमुख आतंकवादी केंद्र के रूप में स्थापित किया जा सकता है, जो भारत और क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए एक गंभीर चिंता का विषय बन सकता है।
इस मामले पर पाकिस्तान सरकार और सेना की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन यह कदम अंतरराष्ट्रीय समुदाय में चिंता का विषय बन गया है।