वाराणसी, 2 अगस्त 2025
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के सेवापुरी में एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि “पहलगाम आतंकी हमले” में मारे गए 26 लोगों का बदला “ऑपरेशन सिंदूर” के ज़रिए लिया गया है। उन्होंने इस कार्रवाई को “भगवान शिव के रूद्र रूप” की प्रेरणा से संचालित बताया।
प्रधानमंत्री ने कहा, “मेरे हृदय में उन 26 निर्दोष लोगों के लिए शोक था, जिन्होंने पहलगाम में आतंकियों की बर्बरता का शिकार होकर अपनी जान गंवाई। मैंने तभी संकल्प लिया था कि इस हमले का जवाब दिया जाएगा – और भगवान शिव की कृपा से आज वो संकल्प पूरा हुआ।” प्रधानमंत्री ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर भारत की सैन्य क्षमता और राजनीतिक इच्छाशक्ति का प्रतीक है, जो यह संदेश देता है कि भारत पर हमला करने वालों को पाताल लोक में भी नहीं बख्शा जाएगा।
पीएम मोदी ने विपक्ष पर भी निशाना साधते हुए कहा, “जब देश ऑपरेशन सिंदूर की सफलता का जश्न मना रहा था, तब कुछ लोगों को इससे परेशानी हो रही थी। उन्हें देश की सुरक्षा नहीं, बल्कि अपनी राजनीति की चिंता है।”
प्रधानमंत्री की सभा में भारी संख्या में लोग उपस्थित रहे। उन्होंने विकास कार्यों, क्षेत्रीय योजनाओं और उत्तर प्रदेश की प्रगति पर भी प्रकाश डाला।
पहलगाम हमले में जुलाई 2025 को हुए आतंकवादी हमले में 26 श्रद्धालुओं की मृत्यु हो गई थी। इसके बाद सरकार ने आतंकियों के खिलाफ “ऑपरेशन सिंदूर” शुरू किया था, जिसे हाल ही में सफलतापूर्वक अंजाम दिया गया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह बयान न सिर्फ आतंकवाद के खिलाफ भारत की निर्णायक नीति को दर्शाता है, बल्कि यह भी संकेत देता है कि सुरक्षा के मुद्दे पर केंद्र सरकार कोई समझौता नहीं करेगी। भगवान शिव की प्रतीकात्मकता से जुड़ा उनका संदेश जनता के भावनात्मक जुड़ाव को भी मज़बूती देता है।