नई दिल्ली 19 सितम्बर 2025
प्रेस कॉन्फ्रेंस में खुलासा
दिल्ली AAP अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक सात पन्नों का पत्र पेश किया, जिसे पूर्व मुख्यमंत्री आतिशी ने 5 जनवरी 2025 को मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार को भेजा था। पत्र में स्पष्ट तौर पर बताया गया है कि नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र में मतदाता सूची से फर्जी तरीके से वोट डिलीट करने के लिए 6,166 आवेदन दाखिल किए गए। AAP ने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग और CEO जनता को गुमराह करने और गंभीर वोटिंग धोखाधड़ी को छुपाने में सक्रिय हैं।
रोज़ाना फर्जी आवेदन और पैटर्न
सौरभ भारद्वाज ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में विस्तार से बताया कि 16 दिसंबर को 234, 17 दिसंबर को 298, 24 दिसंबर को 1,103, 25 दिसंबर को 982 और 26 दिसंबर को 989 फर्जी एप्लीकेशन दाखिल की गईं। इसके अलावा, 19 दिसंबर को भी 500, 700 और 1,000 आवेदन प्रतिदिन डाली गईं। भारद्वाज ने कहा, “हर दिन नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र में ही वोट डिलीट करने के लिए आवेदन दर्ज किए जा रहे थे। यह एक संगठित और स्पष्ट योजना है, जिसे कोई मामूली गड़बड़ी नहीं कहा जा सकता।” AAP ने चुनाव आयोग और CEO पर सीधे आरोप लगाया कि वे इस बड़े स्कैम को छुपाने के लिए जनता को गुमराह कर रहे हैं।
मतदाता सूची में पहले से कटौती
AAP ने जोर देकर कहा कि अक्टूबर 2025 में मतदाता सूची के संशोधन के दौरान अरविंद केजरीवाल के 1,48,000 वोट पहले ही घटकर 1,06,000 रह गए थे, यानी 42,000 वोट पहले ही हटा दिए गए। इसके ऊपर फर्जी आवेदन के माध्यम से अतिरिक्त 66,000 वोटों को हटाने की कोशिश की गई। भारद्वाज ने सवाल उठाया कि यह लोकतंत्र और चुनाव की पारदर्शिता पर सीधे हमला है, और इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। उन्होंने चुनाव आयोग और CEO को कटघरे में खड़ा किया कि वे इन फर्जीवाड़ों को रोकने में पूरी तरह विफल रहे।
चुनाव आयोग की निष्क्रियता पर तीखा आरोप
AAP ने चुनाव आयोग और CEO पर आरोप लगाया कि वे इस गंभीर मामले में पूरी तरह निष्क्रिय हैं। सौरभ भारद्वाज ने सवाल उठाया: शिकायत पर क्या कार्रवाई हुई, कौन अधिकारी कार्यवाही कर रहा है, और FIR दर्ज हुई या नहीं। आयोग ने जवाब दिया कि यह व्यक्तिगत जानकारी है, जनता के लिए साझा नहीं की जा सकती। AAP ने इसे जनता की आंखों में धूल झोंकने वाला कदम बताया और चेतावनी दी कि अगर आयोग ने समय पर कार्रवाई नहीं की, तो लोकतंत्र और चुनाव की वैधता खतरे में पड़ सकती है।
स्वतंत्र जांच और कार्रवाई की मांग
AAP ने जोर देकर कहा कि अब निष्पक्ष और स्वतंत्र जांच की आवश्यकता है। भारद्वाज ने चेतावनी दी कि यदि चुनाव आयोग और CEO ने जनता को सही जानकारी और कार्रवाई नहीं दी, तो यह लोकतंत्र और वोटर के अधिकारों पर बड़ा आघात होगा। AAP ने मांग की कि अपराधिक स्तर की जांच की जाए, ताकि फर्जीवाड़ा करने वालों को कड़ी सजा मिले और भविष्य में किसी भी तरह की वोटिंग गड़बड़ी रोकी जा सके।