चंडीगढ़, 13 अक्टूबर 2025
भारत और कनाडा के रिश्तों में आई ठंडक अब धीरे-धीरे पिघलने लगी है। कनाडा की मशहूर McGill University के वाइस चांसलर डॉ. हरगुर्दीप सिंह सैनी (डिप सैनी), जो पंजाब के नवनशहर के रहने वाले हैं, भारत के दौरे पर आए हैं। उनका मकसद है — शिक्षा और रिसर्च के ज़रिए दोनों देशों के रिश्तों को मजबूत बनाना।
डॉ. सैनी के नेतृत्व में McGill का एक प्रतिनिधिमंडल दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु पहुंचा है। यहां उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय, IIT बॉम्बे, अशोका यूनिवर्सिटी और UGC के अधिकारियों से मुलाकात की। इन बैठकों में छात्र एक्सचेंज, रिसर्च सहयोग, तकनीकी शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र में साझेदारी जैसे मुद्दों पर चर्चा हुई।
डॉ. सैनी ने कहा, “भारत मेरे दिल के बहुत करीब है। मैं चाहता हूं कि कनाडा और भारत शिक्षा के क्षेत्र में मिलकर काम करें। दोनों देशों के छात्रों को एक-दूसरे से सीखने का मौका मिलना चाहिए।”
McGill यूनिवर्सिटी में इस समय करीब 700 भारतीय छात्र पढ़ रहे हैं। अब लक्ष्य है कि यह संख्या और बढ़े और दोनों देशों के युवा एक-दूसरे की तकनीक और संस्कृति से जुड़ें।
इस दौरे को भारत–कनाडा रिश्तों में “सकारात्मक मोड़” माना जा रहा है। बीते कुछ सालों में जब दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ा था, तब यह शैक्षणिक पहल एक नई उम्मीद लेकर आई है।
साधारण शब्दों में कहें तो जहाँ राजनीति ने दूरी बढ़ाई थी, वहीं अब शिक्षा रिश्तों को करीब ला रही है। डॉ. सैनी का यह कदम दिखाता है कि भारत और कनाडा का भविष्य ज्ञान, सहयोग और आपसी सम्मान से और मजबूत हो सकता है।