मुंबई
4 अगस्त 2025
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी द्वारा आमंत्रित किए जाने के बाद शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे गुट) के प्रमुख उद्धव ठाकरे 7 अगस्त को दिल्ली में INDIA गठबंधन की बैठक और रात्रिभोज में शामिल होंगे। शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ में सोमवार को यह जानकारी प्रकाशित हुई।
रिपोर्ट के अनुसार, राहुल गांधी ने रविवार को उद्धव ठाकरे को फोन कर उन्हें व्यक्तिगत रूप से INDIA ब्लॉक के नेताओं की बैठक में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया। यह बैठक संसद के मानसून सत्र के दौरान आयोजित की जा रही है और इसे आगामी चुनावों से पहले रणनीतिक विचार-विमर्श का अहम पड़ाव माना जा रहा है।
तीन दिन दिल्ली प्रवास पर रहेंगे उद्धव
‘सामना’ के अनुसार, उद्धव ठाकरे 6, 7 और 8 अगस्त को नई दिल्ली में रहेंगे। इस दौरान वे न सिर्फ विपक्षी नेताओं से मुलाकात करेंगे बल्कि संसद भवन परिसर में अपनी पार्टी के नए कार्यालय का उद्घाटन भी करेंगे।
सूत्रों के मुताबिक, 7 अगस्त की बैठक में मतदाता सूची से जुड़ी चुनौतियां, विपक्षी एकजुटता की रणनीति, और लोकसभा चुनाव 2026 की तैयारी जैसे अहम मुद्दों पर चर्चा होगी। इससे पहले मानसून सत्र शुरू होने से पहले एक ऑनलाइन बैठक जरूर हुई थी, लेकिन इस तरह का फिजिकल सम्मेलन पहली बार हो रहा है।
यवतमाल हिंसा पर सरकार पर हमला
इस बीच सामना के संपादकीय में हाल ही में महाराष्ट्र के यवत क्षेत्र में हुई सांप्रदायिक हिंसा पर सरकार को घेरा गया है। संपादकीय में आरोप लगाया गया है कि हिंसा को रोकने के बजाय सरकारी नेताओं ने जानबूझकर हालात बिगाड़ने का प्रयास किया। दो विधायकों द्वारा मौके पर पहुंचकर विवाद को हवा देने का भी जिक्र किया गया है।
पुणे ग्रामीण पुलिस ने इस मामले में पांच एफआईआर दर्ज की हैं और 17 लोगों को हिरासत में लिया है। साथ ही भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (BNSS) की धारा 163 के तहत निषेधाज्ञा जारी की गई है।
केंद्र पर भी साधा निशाना
संपादकीय में मोदी सरकार की आलोचना करते हुए लिखा गया, “मोदी राज में भारतीय समाज असंवेदनशील और अधीर हो गया है। यह प्रवृत्ति देश की छवि के लिए खतरनाक है।”
उद्धव ठाकरे की दिल्ली यात्रा और INDIA गठबंधन में सक्रिय भागीदारी ने राजनीतिक हलचलों को नया मोड़ दे दिया है। आगामी लोकसभा चुनावों को लेकर विपक्षी खेमे की तैयारी अब और तेज होती दिख रही है। वहीं, राज्य और केंद्र सरकार पर हो रहे हमले यह भी संकेत दे रहे हैं कि आगामी समय में राजनीतिक बयानबाज़ी और गठबंधन की गतिविधियाँ और तीखी होंगी।