नई दिल्ली, 7 सितंबर 2025
ऑनलाइन भुगतान के शौकीनों के लिए महत्वपूर्ण खबर है। 15 सितंबर 2025 से UPI (Unified Payments Interface) पर नए नियम लागू होने जा रहे हैं, जो PhonePe, Paytm, Google Pay और अन्य डिजिटल वॉलेट यूजर्स को सीधे प्रभावित करेंगे। रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया और NPCI के निर्देशों के अनुसार इन नए नियमों का उद्देश्य भुगतान प्रक्रिया को और सुरक्षित और पारदर्शी बनाना है।
नए नियमों के तहत अब UPI लेन-देन में कुछ लिमिट और पहचान संबंधी बदलाव किए जाएंगे। यूजर्स को हर लेन-देन के लिए सत्यापित मोबाइल नंबर और बैंक अकाउंट की लिंकिंग सुनिश्चित करनी होगी। इसके अलावा, उच्च मूल्य के लेन-देन पर अतिरिक्त OTP या मल्टी-लेयर ऑथेंटिकेशन लागू किया जाएगा, ताकि धोखाधड़ी और ऑनलाइन ठगी की घटनाओं पर रोक लगाई जा सके।
PhonePe, Paytm और GPay यूजर्स को विशेष रूप से ध्यान देने की जरूरत है। ऐप्स के अंदर नया अपडेट या सेटिंग्स के माध्यम से सभी बैंक अकाउंट और मोबाइल नंबर सत्यापित करने की प्रक्रिया को पूरा करना होगा। विशेषज्ञों का कहना है कि इस बदलाव से लेन-देन में थोड़ी असुविधा हो सकती है, लेकिन यह कदम डिजिटल भुगतान प्रणाली को सुरक्षित और भरोसेमंद बनाने के लिए जरूरी है।
इसके अलावा, नए नियमों के तहत UPI लेन-देन की लिमिट और समय सीमाओं में भी बदलाव किया जा सकता है। यह सुनिश्चित किया गया है कि रात में बड़ी राशि का लेन-देन सुरक्षित तरीके से हो और किसी भी तरह की घोटाले या धोखाधड़ी की संभावना न्यूनतम हो। यूजर्स को सलाह दी जा रही है कि वे समय रहते अपने ऐप्स और बैंक अकाउंट अपडेट कर लें, ताकि लेन-देन में कोई बाधा न आए।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह नया नियम डिजिटल इंडिया मिशन के तहत उठाया गया महत्वपूर्ण कदम है। इससे न केवल भुगतान प्रणाली में सुरक्षा बढ़ेगी, बल्कि भारत में ऑनलाइन वित्तीय लेन-देन के प्रति लोगों का भरोसा भी मजबूत होगा। सरकार और NPCI ने चेतावनी दी है कि नियमों का पालन न करने पर लेन-देन में रुकावट और वित्तीय दंड लगाया जा सकता है।
15 सितंबर से UPI उपयोगकर्ताओं के लिए यह बदलाव एक बड़ा परिवर्तन और सुरक्षा सुधार साबित होगा। डिजिटल पेमेंट यूजर्स को अब अपने अकाउंट्स अपडेट करने, सत्यापन प्रक्रिया पूरी करने और सुरक्षा उपायों का पालन करने की आवश्यकता है, ताकि वे सुरक्षित और निर्बाध रूप से ऑनलाइन लेन-देन कर सकें।