नई दिल्ली
4 अगस्त 2025
भारत और फिलीपींस ने विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में सहयोग को मजबूत करने के उद्देश्य से 2025–2028 के लिए नया ‘Programme of Cooperation (PoC)’ हस्ताक्षर किया है। इसी क्रम में फिलीपींस के विज्ञान मंत्री डॉ. रेनातो यू. सोलिडम जूनियर ने आज भारत के केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह से मुलाकात की।
बैठक के दौरान दोनों देशों ने भू-स्थानिक तकनीक (Geo-spatial tech) और ब्लू इकोनॉमी जैसे क्षेत्रों में तुरंत प्रभावी सहयोग पर सहमति जताई। डॉ. सिंह ने कहा कि आपदा प्रबंधन, समुद्री संसाधनों और पर्यावरण निगरानी जैसे मुद्दों पर साझा शोध भारत-फिलीपींस साझेदारी को ठोस रूप दे सकता है।
डॉ. सिंह ने भारत की ‘राष्ट्रीय भू-स्थानिक नीति 2022’ का हवाला देते हुए बताया कि देश 2030 तक उच्च-रिज़ॉल्यूशन टोपोग्राफिकल सर्वे और डिजिटल एलिवेशन मॉडल तैयार करने के लक्ष्य पर काम कर रहा है, और इसमें अनुभव साझा करने को भारत तैयार है।
PoC के तहत आठ प्रमुख क्षेत्रों में सहयोग तय किया गया है:
- कृषि जैव-प्रौद्योगिकी
- कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI)
- ऊर्जा भंडारण
- महासागरीय विज्ञान
- आपदा जोखिम न्यूनीकरण
- भू-स्थानिक डेटा उपयोग
- जलवायु विज्ञान
- तकनीकी नवाचार
इस समझौते के तहत दोनों देश संयुक्त अनुसंधान, वैज्ञानिकों की अदला-बदली, क्षमता निर्माण, और गैर-स्वामित्व वाले वैज्ञानिक डेटा के साझा उपयोग को बढ़ावा देंगे। भारतीय और फिलिपीन संस्थान हर वर्ष संयुक्त शोध प्रस्ताव जमा करेंगे, जिससे न केवल ज्ञान निर्माण होगा, बल्कि व्यावसायिक रूप से उपयोगी तकनीकों का विकास भी हो सकेगा।
बैठक में भारत के जैव-प्रौद्योगिकी सचिव डॉ. राजेश एस. गोखले, पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के सचिव डॉ. एम. रविचंद्रन और अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
डॉ. जितेंद्र सिंह ने भरोसा जताया कि यह बैठक, जो फिलीपींस के राष्ट्रपति स्तर की मुलाकात से पहले हुई है, भारत-फिलीपींस विज्ञान सहयोग को व्यावहारिक और परिणाम आधारित दिशा देगी, जिसका लाभ दोनों देशों की जनता को मिलेगा।