दुबई 14 सितम्बर 2025
भारत और मध्य पूर्व के बीच समुद्री व्यापार को एक नया आयाम देने की दिशा में बड़ा कदम उठाते हुए Ocean Network Express (ONE) ने अपनी नई सेवा India-Gulf Service 2 (IG2) की शुरुआत की है। यह सेवा न सिर्फ़ भारत और गल्फ देशों के बीच सीधा संपर्क स्थापित करेगी, बल्कि दोनों क्षेत्रों के बीच आपूर्ति-श्रृंखला (supply chain) को और तेज़ और भरोसेमंद भी बनाएगी।
सीधी कनेक्टिविटी से व्यापार को गति
इस नई सेवा का रूट बेहद रणनीतिक है: मुंद्रा → न्हावा शेवा → जेबेल अली → उम्म क़स्र → जेबेल अली → मुंद्रा। इस रोटेशन से भारत के दो सबसे बड़े और सक्रिय बंदरगाह — मुंद्रा और न्हावा शेवा — सीधे तौर पर संयुक्त अरब अमीरात (जेबेल अली) और इराक (उम्म क़स्र) से जुड़ जाएंगे। इससे उन व्यापारियों को बड़ा लाभ होगा जो पहले लंबे ट्रांजिट समय और अतिरिक्त लागत की वजह से परेशान रहते थे। अब माल कम समय में और सीधे मंज़िल तक पहुंच सकेगा।
समय और लागत में बचत
IG2 सेवा का सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि व्यापारिक कंपनियों को अब समय और लागत दोनों में राहत मिलेगी। चूंकि इसमें ट्रांजिट पोर्ट्स की संख्या कम है और जहाज़ सीधा गल्फ और इराक से जुड़ रहा है, इसलिए कंटेनर मूवमेंट तेज़ होगा। आयात-निर्यात से जुड़ी कंपनियों का कहना है कि इससे उत्पादों की ताज़गी और गुणवत्ता बनाए रखने में मदद मिलेगी, विशेषकर कृषि उत्पाद, दवाइयाँ और उपभोक्ता वस्तुओं के लिए। इसके साथ ही लॉजिस्टिक खर्च और स्टोरेज लागत में भी कमी आएगी।
बंदरगाहों का बढ़ेगा महत्व
इस सेवा से भारत के पश्चिमी तट के प्रमुख बंदरगाहों — मुंद्रा और न्हावा शेवा — की भूमिका और भी अहम हो जाएगी। पहले से ही ये दोनों बंदरगाह देश के निर्यात-आयात का बड़ा हिस्सा संभालते हैं, लेकिन अब IG2 सेवा से यहां से गल्फ और इराक के लिए होने वाला व्यापार और अधिक बढ़ेगा। दूसरी ओर, जेबेल अली और उम्म क़स्र जैसे गल्फ बंदरगाहों की भी अहमियत बढ़ जाएगी क्योंकि वे भारत से आने-जाने वाले माल के प्रमुख केंद्र बनेंगे।
रणनीतिक और भू-राजनीतिक मायने
भारत और मध्य पूर्व के बीच व्यापार सिर्फ़ आर्थिक नहीं बल्कि रणनीतिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है। गल्फ देशों से भारत को ऊर्जा (oil & gas) की आपूर्ति होती है, वहीं भारत से वहां खाद्य सामग्री, टेक्सटाइल, इंजीनियरिंग उत्पाद और दवाइयाँ जाती हैं। अब IG2 सेवा इस व्यापार को और सुगम बनाएगी। साथ ही, इराक जैसे देशों के साथ भारत का व्यापारिक रिश्ता भी गहरा होगा, जिससे भारत की क्षेत्रीय स्थिति और मजबूत होगी। विशेषज्ञ मानते हैं कि यह सेवा भारत की “समुद्री कूटनीति” (maritime diplomacy) को भी नई ताकत देगी।
उद्योगों पर असर
इस सेवा से सबसे ज़्यादा फायदा उन उद्योगों को होगा जिनका माल समय पर पहुंचना बेहद ज़रूरी होता है। कृषि उत्पाद, सीफ़ूड, फार्मा, टेक्सटाइल और ऑटोमोबाइल पार्ट्स जैसे सेक्टर IG2 सेवा से सीधा लाभ उठा पाएंगे। अब भारतीय उत्पादकों के पास गल्फ और इराक जैसे बड़े बाज़ारों तक पहुंचने का एक तेज़ और विश्वसनीय साधन होगा। वहीं गल्फ देशों के आयातकों को भी भारत से सामान समय पर और बेहतर स्थिति में मिलेगा।
भविष्य की संभावनाएँ
यह कदम न केवल ONE कंपनी के लिए बल्कि भारत की संपूर्ण शिपिंग और लॉजिस्टिक्स इंडस्ट्री के लिए गेम-चेंजर साबित हो सकता है। विशेषज्ञों का अनुमान है कि आने वाले वर्षों में भारत और गल्फ के बीच व्यापार का वॉल्यूम कई गुना बढ़ेगा। IG2 जैसी सीधी सेवाओं से भारत वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में और मजबूत स्थिति हासिल करेगा।